बीजेपी को हराने के लिए किसी भी हद तक जाएंगे अखिलेश, नए गठबंधन के दिए संकेत!
बीते दिनों हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जबरदस्त जीत से सदमे में गए विरोधी अभी तक उभर नहीं पाए हैं. उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेता इस बात को अभी भी स्वीकार नहीं पा रही है कि उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें नकार दिया है.
अखिलेश यादव ने बीजेपी धोखा देने का आरोप लगाया :
शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में सपा नेता और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया. उन्होंने बीजेपी पर जनता की आंख में धूल झोंक कर सत्ता हासिल करने का आरोप लगाया. अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने का काम किया है. बीजेपी ने झूठे वादों के सहारे सत्ता हासिल की है. यह सरकार लोगों को धोखा देकर सत्ता में आई है.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर प्रहार करते हुए सभी विपक्षी पार्टियों के एकजुट होने की जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को रोकने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होना पड़े तो सपा इसके लिए तैयार है. उन्होंने इशारे ही इशारे में सभी विपक्षी दलों के गठबंधन की बात कही.
योगी आदित्यनाथ सरकार के ताजा फैसलों पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा पेंशन योजना का बंद होना ठीक बात नहीं है. माना जा रहा है कि अखिलेश यादव का यह बयान बीएसपी अध्यक्ष मायावती के बयान पर आया है. दरअसल शुक्रवार को मायावती ने अम्बेडकर जयंती के मौके पर बोलते हुए भविष्य में बीजेपी के खिलाफ गठबंधन के संकेत दिए थे. उन्होंने ईवीएम पर उठ रहे सवालों पर विपक्षी दलों का साथ देने की बात कही थी.
इसके बाद शनिवार को अखिलेश यादव ने भी गठबंधन के संकेत दिए साथ ही उन्होंने ईवीएम के मुद्दे पर भी बयान दिया. अखिलेश यादव ने कहा कि मशीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. हम बैलेट पेपर पर 100 प्रतिशत भरोसा करते हैं.
ऐसे में एकबार यह साफ़ है कि बीजेपी की जीत से सभी विपक्षी पार्टियां अभी तक सकते में हैं और उन्हें उनका जनाधार खोता दिख रहा है, ऐसे में गठबंधन और एकजुटता दिखाने के अलावा इन क्षेत्रीय पार्टियों के पास कोई और चारा नहीं है. यह पार्टियां बीजेपी को हराने के लिए अपने घोर विरोधियों के साथ भी गठबंधन करने को तैयार हैं.