अभिनेता जिम्मी शेरगिल के खिलाफ जारी हुआ फतवा
अपनी राजनितिक ड्रामा फ़िल्म में अभिनय कर रहे जिम्मी शेरगिल के खिलाफ एक फतवा जारी किया गया है। फ़िल्म के निर्माता ने बुधवार को बताया कि, इस फ़िल्म को उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बैन भी किया गया है। फ़िल्म निर्माता इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिल कर फ़िल्म के मुज्ज़फरनगर, कानपूर, लखनऊ और ग़ाज़ियाबाद जैसे शहरों पर बैन को हटाने की गुजारिश करने की योजना बना रहे हैं।
फ़िल्म शोरगुल एक राजनितिक ड्रामा आधारित फ़िल्म है जो 2013 के मुज़फ्फरनगर दंगों से सम्बंधित है।
यह फतवा खम्मन पीर बाबा समिति द्वारा अभिनेता जिमी और फ़िल्म निर्माता के खिलाफ जारी किया गया है। फ़िल्म के प्रोड्यूसर की ओर से ये बयां जारी किया गया कि, ” फतवे में कहा गया है कि जिमी शेरगिल जैसे अनुभवी अभिनेता द्वारा फिल्म में कई ऐसे दृश्यों का चित्रण किया गया है, जो समुदाय विशेष में अशांति का कारण होगा और इससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएँ भी आहत हुई है।”
जिमी को उत्तर प्रदेश में शूटिंग की अनुमति भी नहीं दी जायेगी और इस क्षेत्र में इनकी फ़िल्म को रिलीज़ भी नहीं होने दिया जायेगा।”, रिपोर्ट में ये भी कहा गया।
24 एफपीएस फ़िल्म प्रोडक्शन की यह फ़िल्म असहिष्णुता के मुद्दे पर आधारित है। फ़िल्म की उम्मीद लोगो को धार्मिक, सामाजिक, राजनितिक और आर्थिक मतभेदों से दूर मानवता पर विश्वास कराने की है।
फ़िल्म में संजय सूरी, नरेंद्र झा, हितेन तेजवानी, एजाज़ ख़ान, सुहा गजेन, अनिरुद्ध दावे और दीपराज राणा जैसे कलाकार भी है। फिल का विषय हाल ही में कुछ दंगों जैसे बाबरी मस्जिद, मुज़फ्फरनगर दंगे और गोधरा कांड से लिया गया है। जिसके लिए नौकरशाहों की नजरअंदाजी, कुछ बड़े लोकप्रिय चेहरे, दिमाग से रचे षणयंत्र और विवादास्पद मास्टर स्ट्रोक्स को ठहराया गया है।
इसी महीने विश्व हिन्दू परिषद के नेता मिलान सोम द्वारा फ़िल्म के खिलाफ एक पीआईएल दकिल हुआ, जिसे अलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने खारिज कर दिया। फ़िल्म 24 जून को रिलीज़ होने की उम्मीद है।
स्वतंत्र विजय सिंह, जो फ़िल्म शोरगुल के प्रोड्यूसर्स में से एक है,ने कहा, “हाँ, हमें जनहित याचिका और फतवा प्राप्त हुआ है लेकिन जैसा कि हम पहले कह चुके हैं कि हमारी फिल्म अतीत में हुई विभिन्न घटनाओं का नाटकीय रूपांतरण है और हमने इसके लिए किसी विशेष मुद्दे का सन्दर्भ नहीं लिया है, हमारा मानना है कि शोरगुल और इस जैसी फिल्मों पर कोई भी प्रतिबंध लगा सकता जबतक की आबादी इन जैसी फिल्मों का समर्थन करती है। ”
अमन सिंह ने भी इस फिल्म के सह-निर्माता है, जिनका कहना है कि: “यह खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और हम इस मामले में अखिलेश यादव से चर्चा करेंगे। हर नागरिक को इस फिल्म को इस फिल्म को देखने का अधिकार है, क्योंकि यह फ़िल्म आम आदमी की आवाज का एक प्रतिबिंब है। ”
जिमी इन दिनों कनाडा में हैं।