जब नरगिस ने मीना कुमारी के लिए कहा था- वापस मत आना, अंतिम संस्कार में मच गया था हड़कंप
बॉलीवुड में जब भी सबसे ख़ूबसूरत और मशहूर एक्ट्रेस की बात होती है, तो इस सूची में दिग्गज़ और दिवंगत अदाकारा मीना कुमारी का नाम भी शुमार रहता हैं. मीना कुमारी ने बहुत छोटी सी उम्र में ही बॉलीवुड में एक बड़ा नाम कमा लिया था. जितनी जल्दी उन्होंने इंडस्ट्री में शोहरत मिली थी, उतनी ही जल्दी वे इस दुनिया को भी अलविदा कह चुकी थी.
मीना कुमारी को गुजरे हुए 48 साल से अधिक समय हो गया है. लेकिन आज भी उन्हें याद किया जाता है. अक्सर उनकी चर्चा होती रहती है. उनकी मौत के बाद उस समय हर कोई हैरान रह गया था, जब दिग्गज़ अदाकारा नरगिस ने उनकी मौत पर उन्हें बधाई दी थी. लेकिन ऐसा क्या था, जिस पर नरगिस ने मीना कुमारी के लिए ऐसे शब्द कहे थे. नरगिस को इसके चलते लोगों की आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था. नरगिस ने बाद में अपने एक लेख के जरिए इस बात की जानकारी भी दी थी कि, आखिर क्यों उन्होंने मीना कुमारी की मौत पर उन्हें बधाई दी थी.
पहले आपको बता दें कि, 1 अगस्त 1933 को मुंबई में मीना कुमारी का जन्म हुआ था. उनका फ़िल्मी करियर बहुत छोटा रहा है, लेकिन उन्होंने बेशुमार नाम कमाया है. महज 33 साल की उम्र तक ही वे 92 फिल्मों में काम कर चुकी थी. मीना कुमारी ने साल 1952 में मशहूर फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही से शादी कर ली थी.
महज 39 साल की उम्र में ही मीना कुमारी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. 31 मार्च 1972 को ‘मायानगरी’ मुंबई में उनका निधन हो गया था. बताया जाता है कि, मौत से दो दिन पहले तक मीना कुमारी कोमा में रही थी. उनके निधन से हर कोई काफी स्तब्ध रह गया था. उनके फैंस उनके असमय चले जाने से बहुत दुखी थे.
मीना कुमारी और नरगिस दत्त दोनों ही अपने समय की बड़ी एक्ट्रेस रह चुकी हैं. दोनों की दोस्ती फिल्मों के दौरान ही हुई थी. जब मीना कुमारी का निधन हुआ था, तो उनके अंतिम संस्कार में नरगिस भी पहुंची थी. इस दौरान नरगिस ने कहा था कि, “मीना कुमारी, मौत मुबारक हो!” नरगिस के मुंह से ये बात सुनकर वहां मौजूद लोग हर शख्स हैरान रह गया था. लंबे समय तक उनके इन शब्दों की चर्चा भी रही थी.
नरगिस का आर्टिकल…
दिग्गज़ अदाकारा रही नरगिस ने अपने आर्टिकल में लिखा था कि,”मौत मुबारक हो. मैंने ऐसा पहले कभी नहीं कहा. मीना, आज तुम्हारी बड़ी बहन तुम्हें मौत की बधाई दे रही है और कहती है कि इस दुनिया में वापस कभी मत आना. यह दुनिया तुम जैसे लोगों के लिए नहीं बनी है.” अपने लेख में नरगिस ने यह भी जानकारी दी थी कि, उन्होंने मीना को गार्डन में हांफते हुए देखा, तब जाकर उन्हें उनकी बीमारी के बारे में पता चल सका था.