कभी 15 साल बड़ी तो कभी 7 साल छोटी महिला से नसीरुद्दीन ने की शादी, इतनी दिलचस्प रही प्रेम कहानी
हिंदी सिनेमा के मंझे हुए और बड़े कलाकारों में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह भी स्थान रखते हैं. नसीरुद्दीन शाह उन कलाकारों में शामिल हैं, जो अपनी फिल्मों और अदाकारी के साथ ही अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी ख़ूब सुर्ख़ियों में रहे हैं. नसीरुद्दीन ने दो शादियां की है. उनकी पहली शादी कुछ सालों में ही टूट गई थी, लेकिन उनकी दोनों ही प्रेम कहानियां या शादियां उम्र के मामले में काफी दिलचस्प रही है. आइए आज आपको उनकी दोनों शादियों के बारे में बताते हैं…
नसीरुद्दीन जब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे तो वे मेडिकल स्टूडेंट परवीन मनारा सीकरी पर अपना दिल हार बैठे थे. वे नसीर से उम्र में 15 वर्ष बड़ी थी. मनारा पहले से शादीशुदा और एक बच्चे की मां भी थी. नसीरुद्दीन शाह का परिवार नहीं चाहता था कि, वे मनारा से शादी करे. लेकिन इन सबके बावजूद नसीर ने मनारा से शादी की थी.
1 नवंबर 1969 को नसीर ने घर वालों के ख़िलाफ़ जाकर मनारा से शादी कर ली. लेकिन यह शादी कुछ दिनों में ही टूट गई. शादी के 10 माह के बाद ही नसीर पिता बन गए थे. मनारा और नसीर के बीच मतभेद होने लगे थे और आख़िरकार आगे जाकर दोनों की राहें अलग हो गई.
1975 में रत्ना पाठक से मिले
1975 में नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक पहली बार मिले थे. यह वो समय था जब दोनों अपनी कॉलेज की पढ़ाई कर रहे थे. दोनों ही नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में दाखिला ले चुके थे. नसीर और रत्ना ने पहली बार सत्यदेव दुबे के एक प्ले ‘संभोग से संन्यास तक’ में साथ काम किया था. इस प्ले की रिहर्सल के दौरान ही दोनों की मुलाक़ात हुई थी.
रत्ना और नसीर एक दूसरे के काफी करीब आ गए थे. नसीर रत्ना के प्यार में पड़ चुके थे. दोनों खुले विचार के होने के चलते काफी अच्छे दोस्त बन चुके थे और फिर दोनों ने एक दूसरे को डेट करना शुरू कर दिया. कुछ दिनों में ही दोनों ने महसूस किया कि वे एक-दूसरे के लिए ही बने हैं. यह वह समय था जब नसीर का अपनी पहली पत्नी से तलाक नहीं हुआ था, लेकिन वे मनारा से अलग जरूर हो चुके थे. इस स्थिति को देखते हुए नसीर और रत्ना लिव-इन रिलेशनशिप में भी रहे. नसीर और मनारा की बेटी जब एक साल की हुई तो दोनों
अलग रहने लग गए थे.
1982 में एक दूजे के हो गए नसीर-रत्ना…
पहली पत्नी मनारा से तलाक लेने के बाद नसीर ने रत्ना पाठक के साथ नए सफ़र की शुरुआत की. नसीरुद्दीन शाह और रत्ना पाठक साल 1982 में एक सादे समारोह में एक दूसरे के हो गए. यह शादी रत्ना की मां के घर में हुई थी. नसीर से विवाह के बाद रत्ना पाठक ने धर्म बदलकर इस्लाम अपना लिया था.
पहली नज़र वाला प्यार नहीं था : रत्ना
एक साक्षात्कार के दौरान रत्ना पाठक ने नसीरुद्दीन शाह संग अपनी पहली मुलाक़ात के बारे में बात की थी. रत्ना ने कहा था कि, ‘यह पहली नजर वाला प्यार नहीं था. सत्यदेव दुबे ने जब हमें मिलवाया तब, मैं उनका सही नाम तक नहीं जान पाई थी. पहले दिन हम दोस्त भी नहीं थे, दूसरे दिन हमने साथ घूमना शुरू कर दिया था.’
रत्ना की हिंदी से प्रभावित हो गए नसीरुद्दीन…
वहीं अभिनेता नसीरुद्दीन ने अपने एक साक्षात्कार में रत्ना को लेकर कहा था कि, मैं पहली बार जब रत्ना से मिला तो उनके बोलने के तरीके से बहुत प्रभावित था. वे बहुत ही स्पष्ट तरीके से हिंदी बोल रही थीं, जो कि बॉम्बे में रहने वाले के लिए अनोखी बात थी.’