दरोगा को देख रोने लगा प्रेमी युगल, कहा-साहब हमारी शादी करवा दीजिए हम एक दूसरे से प्यार करते हैं
लोग थाने में आकर शिकायतें किया करते हैं और पुलिस से मदद मांगते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां थाने में पहुंचे एक प्रेमी युगल ने पुलिस से शादी करवाने की गुहार लगाई। प्रेमी युगल ने दरोगा से गुहार लगाते हुए कहा कि वो उनकी शादी करवा दे। ये मामला उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के किशनी थाने का है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक प्रेमी युगल ने थाने पहुंचकर पुलिस से मदद मांगते हुए कहा कि वो उनका विवाह कर दें। क्योंकि परिवार वाले विवाह के खिलाफ है।
ये प्रेमी जोड़ा पूरी तैयारी के साथ पुलिस थाने आया था और अपने साथ बालिग होने का प्रमाण-पत्र भी लाया था। बालिग होने का प्रमाण-पत्र दिखाते हुए इस जोड़े ने पुलिस से कहा कि उनके परिवार के लोग शादी के लिए तैयार नहीं हैं और हम दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं। शादी करवाने की बात सुनकर पुलिस थाने में मौजूद हर व्यक्ति हैरान रह गया।
पुलिस ने प्रेमी युगल से विस्तार में उनकी समस्या पूछी, तब उन्होंने बताया कि वो एक दूसरे को लंबे समय से जानते हैं और शादी करना चाहते हैं। लेकिन परिवार वाले शादी के खिलाफ हैं। उन्हें डर है कि उनके परिवार वाले कुछ गलत न कर दें। पूरी बात सुनने के बाद पुलिस ने परिजनों को थाने में बुलाया और उनसे बात की। जिसके बाद परिजनों ने 15 दिन का समय पुलिस से मांगा और वादा किया की वो 15 दिन में इस समस्या को हल कर देंगे। जिसके बाद पुलिस ने हिदायत देकर युवक-युवती को परिजनों के हवाले कर दिया।
इस पूरी घटना पर पुलिस ने बताया कि एक प्रेमी युगल थाने पहुंचा और थाना प्रभारी अजीत सिंह को बालिग होने का प्रमाण-पत्र दिखाया। लड़का कन्नौज के सौरिख थाना क्षेत्र के मोहल्ला आंबेडकर नगर का निवासी है। लड़के का नाम सोनू है और उसके पिता का नाम अली हैदर है। सोनू किशनी क्षेत्र की युवती से प्रेम करता है और युवती भी सोनू को पसंद करती है।
युवती ने थाना प्रभारी से कहा कि वो दोनों शादी करना चाहते हैं। लेकिन परिवार के लोगों को इस बात से आपत्ति है। दोनों ने थाना प्रभारी से शादी कराने की मांग की। इसके बाद थाना प्रभारी ने दोनों के परिजनों को फोन करके थाने बुलाया और दोनों के परिजनों से बात की। परिजनों ने पूरी बात सुनने के बाद 15 दिन का समय मांग और लिखकर समस्या का समाधान कराने का भरोसा दिया। पुलिस ने परिवार वालों से कहा कि दोनों बालिग हैं, उनकी भावनाओं का ख्याल रखकर फैसला किया जाए। किसी के साथ जोर जबरदस्ती न की जाए। पुलिस की बात से सहमत होने के बाद परिवार वाले अपने बच्चों को साथ लेकर चले गए।