इंडियन आर्मी में कैप्टन बनी हरियाणा की बेटी, देश में सिर्फ 30 महिलाओं को प्राप्त है ये पद
भारत देश धीरे धीरे उन्नति कर रहा है। अब यहां पुरुषों के साथ साथ महिलाएं भी शिक्षित हो रही हैं। यहां तक कि नौकरी के क्षेत्र में भी महिलाएं पुरुषों से आगे निकल रही है। फिर आईटी फील्ड हो, खेल का मैदान या इंडियन आर्मी, भारत की बेटियां हर जगह अपना परचम लहरा रही हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही बेटी के बारे में बताने जा रहे हैं जो इंडियन आर्मी में कैप्टन बन भारत का नाम रोशन करने जा रही है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पूरे देश में सिर्फ 30 लड़कियां ऐसी है जो इंडियन आर्मी में कैप्टन के पद पर नियुक्त हुई हैं। हरियाणा कैथल के कलायत की रहने वाली 29 साल की डॉ. पायल छाबड़ा भी इनमे से एक है। पायल ने भारतीय सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा में 18वीं रैंक प्राप्त की है। इसके बाद वे इंडियन आर्मी में बतौर सर्जन अपनी सेवाएं देंगी।
पायल करनाल में राजकीय कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग में एक सीनियर रेजिडेंट के रूप में काम कर रही हैं। उनका पूरा परिवार ही डॉक्टरों वाला है। जैसे पिता राजेंद्र कुमार और मां वीना दोनों ही डॉक्टर के पद पर हैं। इतना ही नहीं पायल के भाई संजीव छाबड़ा और भाभी सलोनी भी डॉक्टरी करते हैं।
पायल की इस सफलता से उनकी पूरी फैमिली बड़ी खुश है। उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है। वे इस बात से फुले नहीं समा रहे हैं कि उनकी बेटी इंडियन आर्मी में जवानों की सेवा करेगी। पायल की इस उपलब्धि पर उनके रिश्तेदार और दोस्त भी बेहद खुश हैं। वे सभी पायल को बधाई संदेश दे रहे हैं।
बता दें कि पायल आज जिस मुकाम पर हैं उसके लिए उन्होंने काफी मेहनत भी की हैं। वे अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए वचनबद्ध थी। उन्हें ये किसी भी हाल में करना था। बस उनकी मेहनत और लगन का ही ये नतीजा है कि वह देश और माता पिता का नाम रोशन कर रही हैं।
पायल की तरह ही देश में और भी कई लड़कियां हैं जो इस देश और समाज के लिए कुछ कर दिखाने का दमखम रखती हैं। हालांकि उन्हें सही शिक्षा, मार्गदर्शन और परिवार से स्वतंत्रता नहीं मिल पाती है। इस कारण उनके अंदर का हुनर दबा रह जाता है। यदि आप भी चाहते हैं कि आपकी बेटी आपका नाम ऊंचा करें तो उसकी शिक्षा में कोई कमी नहीं छोड़िए। फिर देखिए कैसे वह अपने सपनों के पंख को नई ऊंचाईयों तक ले जाती है।