गीता का पाठ करते समय रखें इन बातों का ध्यान, तभी मिलेगा पाठ करने का पूर्ण लाभ
कई लोग रोज भगवद्गीता का पाठ करते हैं। भगवद्गीता का पाठ करने से जीवन की हर मुश्किलें दूर हो जाती हैं। इसलिए आप अगर किसी परेशानी में हैं। तो एक बार गीता का पाठ कर लें। गीता का पाठ करने से पुण्य की प्राप्ति भी होती है और सभी दुखों से निजात मिल जाती है। हालांकि गीता के पाठ का पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए नीचे बताई गई बातों का पालन करें। दरअसल गीता का पाठ करने से कुछ नियम जुड़े होते हैं और इनके तहत ही इसका पाठ करना चाहिए। तो आइए जानते हैं गीता का पाठ करने से जुड़े नियमें।
गीता पढ़ते समय रखें इन चीजों का ध्यान
- गीता एक पवित्र ग्रंथ है। इसलिए कभी भी गीता को गंदे हाथों से न छूएं। गीता का पाठ करने से पहले अपने हाथों और पैरों को अच्छे से साफ करें और उसके बाद ही पाठ शुरू करें।
2. अगर आप सुबह के समय गीता का पाठ करते हैं। तो खाली पेट ही गीता का पाठ करें। वहीं इसका पाठ शुरू करने से पहले भगवान गणेश और श्री कृष्ण जी का ध्यान जरूर करें।
3. पाठ करते समय एक ऊनी आसन बिछा लें और इसपर बैठकर ही पाठ करें। ध्यान रखें की आप इसी आसन पर बैठकर प्रतिदिन पाठ करें और इस आसन को न बदलें।
4. गीता का पाठ करते हुए अपने पास एक दीपक भी जला लें। उसके बाद ही पाठ को शुरू करें।
5. गीता का पाठ शुरू करने के बाद किसी से भी बात न करें और अपना पूरा ध्यान पाठ पर ही लगाएं।.
6. गीता के प्रत्येक श्लोक का सही से उच्चारण करें।
7. गीता पढ़ने से पहले और बाद में गीता को माथे से लगाकर प्रणाम करें और उसके बाद गीता को लाल रंग के कपड़े पर लपेट कर रख दें।
8. भगवद्गीता का पाठ करने के पश्चात गीता की आरती करें।
9. गीता ग्रंथ को हमेशा साफ जगह पर ही रखें और इस बात का ध्यान रखें की गीता पर कभी भी मिट्टी न जमें।
तो ये थे गीता का पाठ करने से जुड़े कुछ नियम, जिनका आप जरूर पालन करें।