अपनी टीचर से बेइंतहा मोहब्बत करते थे राज कपूर, ऋषि कपूर की मदद से हसरत की पूरी
हिंदी सिनेमा के दिग्गज़ अभिनेता और शो मैन के नाम से मशहूर राज कपूर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. वे एक बेहतरीन अभिनेता होने के साथ ही शानदार निर्देशक भी थे. आज से करीब 50 साल पहले उनके निर्देशन में बनी फिल्म मेरा नाम जोकर आज भी चर्चा में रहती है, हालांकि फिल्म दर्शकों को ख़ास पसंद नहीं आई थी, लेकिन राज कपूर ने इसके लिए जी तोड़ मेहनत की थी.
बताया जाता है कि, राज कपूर ने इस फिल्म का निर्देशन बड़ी बारीकी के साथ किया था. ख़ास बात यह थी कि आलोचकों ने इस फिल्म को जरूर सराहा था. यह फिल्म ऋषि कपूर के लिए भी ख़ास थी. अपने पिता राज कपूर की फिल्म से उन्होंने 17 साल की छोटी उम्र में बाल कलाकार के रूप में हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया था.
फिल्म मेरा नाम जोकर से जुड़ा एक किस्सा असल जिंदगी में शो मैन राज कपूर की जिंदगी से जुड़ा हुआ था. बता दें कि ऋषि कपूर के अपोजिट फिल्म में एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल ने काम किया था. ऋषि जहां एक स्टूडेंट थे, तो वहीं सिमी एक टीचर के किरदार में थी. ऋषि कपूर अपने से उम्र में बड़ी अपनी टीचर पर अपना दिल हार बैठ जाते हैं. ऐसा ही कुछ असल में राज कपूर के साथ भी हुआ था. सिमी ग्रेवाल ने एक साक्षात्कार के दौरान इससे जुड़ा एक किस्सा साझा किया था.
मेरा नाम जोकर में अपने किरदार मिस मैरी के बारे में बात करते हुए सिमी ने कहा है कि, ‘इस बात में कोई दो राय नहीं है कि मेरा नाम जोकर में निभाया गया किरदार उनके करियर के सबसे चर्चित रोल्स में से एक रहा. ये किरदार राज साहब की निजी जिंदगी से प्रेरित था. दरअसल जब राज कपूर टीनएज में थे तो उन्हें भी अपनी एक टीचर पर क्रश हो गया था.’
सिमी ने किस्से के बारे में बात करते हुए आगे कहा कि, ‘एक दफा राज जी ने मुझसे बताया था कि जब वो कोल ब्राउन्स स्कूल में पढ़ाई करते थे तो उन्हें एक एंग्लो इंडियन टीचर काफी अच्छी लगती थीं. इसके बाद उन्हें आगे चलकर शांति निकेतन में दामयंती नाम की लड़की पर क्रश हो गया था. ये लड़की ही आगे जाकर दामयंती सहानी बनीं. उन्होंने बलराज साहनी से शादी की थी. ऐसे में जो मिस मैरी का किरदार था वो इन्ही दो महिलाओं पर आधारित था.’
आपको जानकारी के लिए बता दें कि फिल्म मेरा नाम जोकर ने हाल ही में अपने 50 साल पूरे किए हैं. यह फिल्म 18 दिसंबर 1950 को रिलीज हुई थी. राज कपूर ने फिल्म में अहम रोल अदा किया था. जबकि उनके बेटे और दिग्गज एवं दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर ने इस फिल्म में एक छात्र का किरदार अदा किया था. वे इस फिल्म में बाल कलाकार के रूप में नज़र आए थे.
ऋषि कपूर, राज कपूर और सिमी ग्रेवाल के अलावा इस फिल्म में अहम रोल में मनोज कुमार, अचला सचदेव, ओम प्रकाश जैसे मंझे हुए कलाकारों ने भी अपने हुनर का जलवा बिखेरा था. इस फिल्म की एक ख़ास बात यह भी है कि, यह फिल्म दो इंटरवल वाली हिंदी सिनेमा की पहली फिल्म थी. लेकिन इतने सारे कलाकारों और इन सब बातों के बावजूद फिल्म लोगों के दिलों में उतरने में नाकाम रही.