स्वास्थ्य

कोरोना वायरस के नए लक्षणों का हुआ खुलासा, ना करें नजरअंदाज, नए शोध में सामने आई ये बड़ी बात

कोरोना वायरस महामारी की वजह से सारा देश परेशान है। इस महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया। डब्ल्यूएचओ के अनुसार बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके मुख्य लक्षण हैं। फिलहाल, इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए किसी भी प्रकार की दवाई नहीं बनी है।

कोरोना से मिलते-जुलते वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। कोरोना वायरस ज्यादातर देशों में फैल चुका है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सावधानी बरतना बहुत ही जरूरी है ताकि इसको फैलने से रोका जा सके।

वैज्ञानिक कोरोना वायरस के संबंध में शोध कर रहे हैं। हर दिन कोरोना वायरस के बारे में कुछ ना कुछ नई जानकारी मिल रही है और इसके लक्षणों की सूची लगातार बढ़ती ही जा रही है। एक नए शोध के अनुसार कोरोना वायरस के नए लक्षणों का खुलासा हुआ है। अगर आपकी आंखें पानी से भरी हुई हैं, और आप इसके कारण का दोष स्क्रीन टाइम को दे रहे हैं तो ऐसा नहीं है, वास्तव में यह कोरोना वायरस के कारण भी हो सकता है।

आपको बता दें कि नए शोध के अनुसार सूजी हुई आंखें कोविड-19 का सबसे महत्वपूर्ण दृष्टि आधारित संकेतन है। एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक के नेतृत्व में अध्ययन किया गया, जिसके अनुसार हमारे उस समझ को बढ़ाता है कि कोरोना वायरस शरीर में किस प्रकार से यात्रा करता है। शोधकर्ताओं का ऐसा बताना है कि कंजंक्टिवाइटिस भी कोरोना वायरस का एक लक्षण हो सकता है।

बता दें ब्रिटेन में एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय (एआरयू) के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्तियों से लक्षणों को लेकर कई सवाल किए थे और उन्होंने पॉजिटिव पाए जाने से पहले उनकी सेहत की स्थिति की तुलना में वह कैसे थे, यह भी जानने की कोशिश की थी। एआरयू में विजन एंड आई रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक और शोध की प्रमुख लेखक शाहिना प्रधान ने यह बताया कि “यह पहला अध्ययन है, जिसमें कोविड-19 के संबंध में नेत्र संबंधित विभिन्न लक्षणों की जांच अन्य प्रसिद्धि कोरोना वायरस लक्षणों और उनकी अवधि के संबंध में उनके समय सीमा की जांच की गई।”

एक अन्य अध्ययन के अनुसार जब प्रतिभागियों में कोविड-19 था, तो एक लक्षण के रूप में 18% लोगों की आंखों में समस्या थी। वहीं 5 फीसदी प्रतिभागियों ने यह बताया था कि उनकी हालत पहले से काफी ज्यादा खराब थी। शोध में यह निकल कर सामने आया कि 83 उत्तरदाताओं में 81% ने अन्य कोविड-19 लक्षणों के 2 सप्ताह के भीतर आंखों की परेशानी की सूचना दी थी।

आपको बता दें कि 90% उत्तरदाताओं ने यह बताया था कि जब उनको कोरोना वायरस की शिकायत हुई तो आम लक्षण में उनको थकान की समस्या आई थी। जबकि 76% उत्तरदाताओं ने यह बताया था कि उनको बुखार आया था। 66% ने बताया कि सूखी खांसी की समस्या थी।

विजन एंड आई रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक और शोध की प्रमुख लेखक साइना प्रधान ने कहा कि “जबकि यह महत्वपूर्ण है कि कोणीय लक्षणों को संभावित कोविड-19 लक्षणों की सूची में शामिल किया गया है। हम तर्क देते हैं कि “कंजंक्टिवाइटिस” को सूजी आंखों से प्रतिस्थापित करना चाहिए क्योंकि इसे अन्य प्रकार के संक्रमणों के लक्षणों से अलग करना महत्वपूर्ण है।” उन्होंने कहा कि कोविड-19 कंजंक्टिवा किस प्रकार से संक्रमित कर सकता है, और यह तब कैसे वायरस को शरीर में फैलने देता है। इस विषय में यह अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण साबित होता है क्योंकि यह हमें इस बारे में अधिक समझने में सहायता करेगा।

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