3 फीट का दूल्हा, 5.5 फीट की नेत्रहीन दुल्हन, इस वजह से हुई ये अनोखी शादी
कोरोना काल में शादियों का सिलसिला लगातार जारी है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो कोरोना वायरस महामारी के बीच विवाह कर रहे हैं। युवक-युवतियां सात फेरे लेकर विवाह के बंधन में बंध रहे हैं। आप लोगों ने बहुत सी शादियां देखी होंगी और बहुत सी शादियों में जाकर दावत भी खाई होगी लेकिन आज हम आपको जिस शादी के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, शायद आप इसके बारे में जानकर आश्चर्यचकित हो जाएंगे। जी हां, क्योंकि यह एक बेहद ही अनोखी शादी है। आपको बता दें कि गुजरात के जूनागढ़ में एक अनोखी शादी हुई है। यहां पर 5 फुट की एक नेत्रहीन युवती ने अपने से 13 साल बड़े 3 फुट के सरकारी टीचर से शादी रचाई है। दुल्हन की उम्र 29 वर्ष की है। अगर हम दूल्हे की उम्र की बात करें तो इसकी उम्र 42 वर्ष की है।
29 वर्षीय दुल्हन का नाम शांता मकवाणा है जो नेत्रहीन हैं। वह सत्यम सेवा युवक मंडल के गर्ल्स हॉस्टल में रहती हैं। ऐसा बताया जाता है कि शांता मकवाणा को जन्म से ही दिखाई नहीं देता है। अगर हम इनकी शिक्षा की बात करें तो शांता मकवाणा ने बीएड किया है। वहीँ 42 वर्षीय दूल्हे का नाम रमेश भाई डांगर है जो जोधपुर तहसील निवासी में रहते हैं। यह एक सरकारी शिक्षक हैं। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि शांता मकवाणा ने रमेश भाई डांगर से विवाह करने की इच्छा जताई थी जिसमें इन दोनों की रजामंदी हो गई।
आपको बता दें कि रमेश भाई डांगर के किसी जान पहचान के व्यक्ति ने शांता मकवाणा के विषय में जानकारी दी थी। जानकारी मिलने के बाद रमेश भाई डांगर ने शांता से मुलाकात की और इन दोनों के बीच बातचीत हुई थी। आखिर में इन्होंने विवाह करने का फैसला ले लिया। शांता ने जब रमेश से बातचीत की तो विवाह के लिए उन्होंने भी हां कर दी थी। गुजरात में शांता और रमेश भाई डांगर के विवाह की चर्चा हर तरफ हो रही है। इन दोनों के विवाह से सभी लोग काफी खुश हैं। लोगों का ऐसा बताना है कि भले ही इन दोनों के कद में काफी अंतर है परंतु अगर इनके कद को छोड़ दिया जाए तो इन दोनों का रिश्ता बेहद ही अच्छा है। दूल्हा-दुल्हन दोनों ही अच्छे पढ़े-लिखे हैं। आपको बता दें कि शांता और रमेश भाई डांगर का विवाह 30 नवंबर को हुआ था।
इससे पहले भी हो चुकी है ऐसी अनोखी शादी
भले ही कुछ लोगों को यह शादी अनोखी लग रही हो परंतु यह पहला किस्सा नहीं है। इससे पहले भी इस तरह की बहुत सी कहानियां सुनने को मिल चुकी हैं। आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर के सतपुरा इलाके में 33 वर्षीय अविवाहित दूल्हे को 29 वर्ष की दुल्हन मिल गई थी। इस दूल्हे का नाम फूल बाबू था। जन्म के बाद इनकी लंबाई बढ़ नहीं पाई थी। इनकी लंबाई 3 फीट की है। इनकी शादी के लिए काफी जगह रिश्ता देखा गया परंतु बात कहीं भी नहीं बन पाई।
वार्ड नंबर 34 में रहने वाली अख्तर हुसैन की बेटी सरबरी बेगम की लंबाई भी जन्म के बाद नहीं बढ़ी थी। उनकी लंबाई ढाई फीट ही रह गई थी, जिसकी वजह से इनका भी विवाह नहीं हो पा रहा था। बाद में वार्ड नंबर 33 में रहने वाले फूल बाबू की बात पार्षद अब्दुल्लाह ने वार्ड नंबर 34 में रहने वाली अख्तर हुसैन की बेटी सरबरी बेगम से चलाई। आखिर में इन दोनों के परिवार वाले मान गए और उनका विवाह हो गया।