सिलबट्टे और फल बेचने वाली बनीं सब-इंस्पेक्टर, मुश्किलों का सामना करते हुए लक्ष्य किया हासिल
मनुष्य का आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय सबसे बड़ी सफलता की सीढ़ी मानी गई है। जी हां, क्योंकि अगर व्यक्ति का आत्मविश्वास प्रबल है तो वह किसी भी कठिन परिस्थिति का सामना करते हुए अपने लक्ष्य को हासिल कर सकता है। इस दुनिया में हर कोई व्यक्ति यही चाहता है कि वह अपने जीवन में कामयाब बने, परंतु कामयाबी के मार्ग पर बहुत सी बाधाएं उत्पन्न होती हैं। जो इन बाधाओं को पार कर लेता है वह एक सफल व्यक्ति बन जाता है परंतु जीवन में आने वाली मुश्किलों के आगे जिस व्यक्ति ने अपने घुटने टेक दिए, वह कभी भी सफल नहीं हो सकता। किसी ने सच कहा है अगर मन में कुछ कर गुजरने का इरादा हो तो इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है। दृढ़ निश्चय वाले व्यक्ति को एक ना एक दिन सफलता अवश्य प्राप्त होती है। आज हम आपको एक ऐसी महिला के संघर्ष की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं जो मुश्किल समय में अपने लक्ष्य से कभी भी विचलित नहीं हुई। इस महिला ने अपने संघर्ष और हिम्मत से कामयाबी हासिल की।
सिलबट्टे और फल बेचने वाली बनीं सब-इंस्पेक्टर
हम आपको जिस महिला की हिम्मत और संघर्ष के बारे में जानकारी दे रहे हैं, उस महिला का नाम पद्मशीला तिरपुडे है। पद्मशीला तिरपुडे पत्थर के सिलबट्टे बनाकर बेचतीं थीं परंतु उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से MPAC में पास कर पुलिस सब-इंस्पेक्टर बनीं। सोशल मीडिया पर इनके संघर्ष की कहानी तेजी से वायरल हो रही है और सभी लोग इस सब-इंस्पेक्टर की खूब तारीफ कर रहे हैं।
आईपीएस ने शेयर की तस्वीर
परिस्थितियाँ आपकी उड़ान नहीं रोक सकती.
किस्मत भले आपके माथे पर भारी पत्थर रखे लेकिन उनसे कामयाबी का पुल कैसे बनाना है ये भंडारा, महाराष्ट्र की #पद्मशीला_तिरपुडे से सीखें. पत्थर के सिलबट्टे बनाकर बेचने वाली पद्मशीला ने मेहनत की और MPAC में उत्तीर्ण होकर पुलिस उपनिरीक्षक बनीं pic.twitter.com/TjIUMBSkjH
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) October 22, 2020
आपको बता दें कि आईपीएस अधिकारी दीपांशु काबरा ने पद्मशीला तिरपुडे की फोटो शेयर की है। आईपीएस अधिकारी दीपांशु का ऐसा कहना है कि “परिस्थितियां आपकी उड़ान नहीं रोक सकती। किस्मत भले आपके माथे पर भारी पत्थर रखे, लेकिन उनसे कामयाबी का पुल कैसे बनाना है, ये भंडारा, महाराष्ट्र की पद्मशीला तिरपुडे से सीखें। पत्थर के सिलबट्टे बनाकर बेचने वाली पद्मशीला ने मेहनत की और MPAC मे उत्तीर्ण होकर पुलिस उपनिरीक्षक बनीं।
पति ने किया पूरा-पूरा सहयोग
उनके संघर्षों में पति ने पूरा साथ निभाया. शुरुवाती दिनों में वे पति के साथ मजदूरी करती थीं. आर्थिक तंगी के चलते पति ने ये तय किया कि वे पत्नी को आगे बढ़ाएंगे और पढ़ाई पूरी करवाएंगे। सिलबट्टे और फल बेचते पद्मशीला ने स्नातक पूरा किया और एमपीएसी क्लियर कर आज पुलिस उपनिरीक्षक बनीं.
— Dipanshu Kabra (@ipskabra) October 22, 2020
आईपीएस अधिकारी दीपांशु ने एक ट्वीट के माध्यम से सब-इंस्पेक्टर पद्मशीला तिरपुडे के संघर्ष के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि “उनके इस संघर्ष में पति ने पूरा साथ निभाया। शुरुआती दिनों में वे पति के साथ मजदूरी करती थीं। आर्थिक तंगी के चलते पति ने ये तय किया कि वह पत्नी को आगे बढ़ाएंगे और पढ़ाई पूरी करवाएंगे। सिलबट्टे और फल बेचते पद्मशीला ने स्नातक पूरा किया और MPAC क्लियर कर आज पुलिस उपनिरीक्षक बनीं।”
सोशल मीडिया पर महिला के इस संघर्ष को लोग कर रहे हैं सलाम
सोशल मीडिया पर सब-इंस्पेक्टर पद्मशीला तिरपुडे की तस्वीरें काफी तेजी से वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों के अंदर एक महिला ने लाल रंग की साड़ी पहनी हुई है और उसने अपनी गोद में बच्चे को उठाया हुआ है। उसके सिर पर पत्थर के सिलबट्टे रखे हुए हैं। दूसरी फोटो में वह पुलिस की यूनिफॉर्म में परिवार के साथ बैठी हुईं नजर आ रही हैं। सोशल मीडिया पर लोग इनकी मेहनत और संघर्ष को सलाम कर रहे हैं। इन तस्वीरों पर लोगों की जमकर प्रतिक्रिया आ रही हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि वो मैं नहीं हूं, मैंने कभी सिलबट्टे नहीं बेचें।