आपकी ज़िंदगी में उथल-पुथल मचाने आ रहे हैं राहु-केतु, बचना चाहते हैं तो करें ये उपाय!
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है और ये दोनों ही ग्रह 23 सितंबर को गोचर करने वाले हैं। यानी ये ग्रह एक राशि से दूसरे राशि में परिवर्तित होने वाले हैं। राहु मिथुन राशि से निकलकर वृषभ में जाने वाले हैं, तो वहीं केतु धनु राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में जा रहे हैं। राहु और केतु के गोचर होने का प्रभाव हर राशि पर पड़ने वाला है। ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति के कुंडली में राहु और केतु अशुभ स्थिति में होते हैं, तो व्यक्ति के सुखमय जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु और केतु जब अशुभ स्थिति में होते हैं, तो इसका असर व्यक्ति के व्यवहार पर पड़ने लगता है। इस दौरान व्यक्ति गलत निर्णय लेने लगता है, जिसका असरना सिर्फ उस पर बल्कि उसके पूरे परिवार पर पड़ता है। इसके अलावा उस व्यक्ति को मेहनत का फल भी नहीं मिलता है। बहरहाल राहु और केतु के गोचर के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए लाल किताब में कुछ उपाए बताए गए हैं। इन उपायों के करने से व्यक्ति के जीवन पर शुभ प्रभाव पड़ता है। आइये जानते हैं, लाल किताब के इन उपायों के बारे में विस्तार से…
मंदिर में इन चीजों का करें दान
लाल किताब में राहु और केतु के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, इनमें से एक उपाय है, बंदर को गुड़ खिलाना। इसके अलावा मंदिर में जाकर वहां काले या सफेद रंग के कपड़े दान करें, ऐसा करने से आप राहु और केतु के अशुभ प्रभावों से बच सकते हैं।
ऐसे करें अशुभ प्रभावों का नाश
लाल किताब के अनुसार अगर आप राहु और केतु के अशुभ प्रभावों से बचना चाहते हैं तो चांदी का अंगूठी जरूर धारण करें। इसके अलावा आप सफेद धागे को दोनों पैरों के अंगूठे में भी बांध सकते हैं। इन उपायों से राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों को दूर किया जा सकता है। महिलाएं कान में सोने का आभूषण पहन सकती हैं।
इन उपायों से राहु-केतु देंगे शुभ प्रभाव
राहु और केतु के शुभ प्रभाव के लिए लाल किताब में बताया गया है कि गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान करना चाहिए। दान से राहु-केतु प्रसन्न होते हैं और इससे व्यक्ति के जीवन में शुभ प्रभाव पड़ने लगता है। दान देने से घर में सुख शांति भी आती है। इसके अलावा घर के लोगों से अच्छे संबंध बनाए रखने से भी राहु केतु के बुरे प्रभावों से बचा जा सकता है।
जानिए क्या है सबसे कारगर उपाय..
छाया ग्रह कहे जाने वाले राहु और केतु के वक्री होने के अशुभ प्रभावों से बचना है, तो काले कुत्ते को हर रोज दूध पिलाएं। अगर आप कुत्ते पालने का शौक रखते हैं तो एक काला कुत्ता अपने घर में पाल लें। लाल किताब के अनुसार राहु और केतु को शांत करने का यही सबसे कारगर उपाय है। इसके अलावा घर की महिलाओं और कुंआरी कन्याओं का सम्मान करें और उनसे आशीर्वाद लें।
इन चीजों को करें नदी में प्रवाहित
लाल किताब के अनुसार नदी में दूध, चावल, सौंफ और चीनी को प्रवाहित करने से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। साथ ही घर के बुजुर्गों की सेवा करने से राहु-केतु खुश होते हैं और अपना शुभ प्रभाव देते हैं।
ये अंगूठी पहनें…
लाल किताब में बताया गया है कि बाएंं हाथ की अनामिका यानी छोटी उंगली के पास वाली उंगली में सोने की अंगूठी पहनने और केसर वाला दूध पीने से निश्चित रूप से राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।