सुशांत की दोस्त का दावा, मुंबई पुलिस की जांच से खुश था सिद्धार्थ, लेकिन सीबीआई ने आते ही..
सुशांत सिंह राजपूत की एक दोस्त ने सिद्धार्थ पिठानी को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। सुशांत की दोस्त स्मिता का कहना है कि जिस तरह से मुंबई पुलिस की ओर से इस केस की जांच की जा रही थी। उससे सिद्धार्थ पिठानी बेहद ही खुश था। स्मिता ने रिपब्लिक भारत से बातचीत के दौरान कहा कि सुशांत की मौत के पांच दिन बाद मेरी सिद्धार्थ पिठानी से बात हुई थी। उसने मुझसे कहा था कि वो मुंबई पुलिस को अपना बयान दे चुका है और अपने होमटाउन जा रहा है। स्मिता के अनुसार सिद्धार्थ पिठानी ने उसने कहा था कि मुंबई पुलिस से बात करना उसके लिए थेरेपी लेने जैसा था। मुंबई पुलिस जिस तरह से इस केस की जांच कर रही थी उससे पिठानी बेहद खुश था और उसकी ये बात सुनकर स्मिता हैरान रह गई थीं।
सुशांत के परिवार वालों को पिठानी पर है शक
सुशांत के परिवार वालों ने सिद्धार्थ को इंटेलिजेंट क्रिमिनल बताया था। सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह ने सिद्धार्थ पिठानी की भूमिका पर सवाल उठाए थे और कहा था कि वो इंटेलिजेंट क्रिमिनल है। सिंह ने कहा था कि पिठानी रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से पहले सुशांत के परिवार वालों के संपर्क में था। लेकिन जैसे ही रिया के खिलाफ केस दर्ज हुआ तो वो बदल गया और रिया का साथ देने लग गया। विकास सिंह का दावा है कि इसने क्राइम सीन से छेड़छाड़ की है। सिद्धार्थ पिठानी ने चाबी वाले को बुलवाया था और लॉक तोड़ने के बाद दरवाजा खोलने की जगह उसने चाबी वाले को छोड़ना जरूर समझा। आखिर क्या वजह थी कि उसने चाबी वाले को पहले वहां से भेजना और उसके बाद ही गेट को खोला।
विकास सिंह ने पिठानी पर शक जताते हुए कहा था कि आखिर क्यों उसने सुशांत की बहन का इंतजार नहीं किया गया और तुरंत शव को फंदे से उतारा दिया गया। सुशांत की बहन महज 10 मिनट की दूरी पर ही रहती हैं। विकास सिंह के अनुसार सुशांत की जितनी भी फोटो सामने आई हैं। सभी में उसका शव बिस्तर पर पड़ा हुआ है।
तीन बार की जा चुकी है पिठानी से पूछताछ
सुशांत केस की जांच अब सीबीआई कर रही है और सीबीआई की और से सिद्धार्थ पिठानी से तीन बार पूछताछ की जा चुकी है। जबकि सीबीआई दो बार सिद्धार्थ को सुशांत के घर भी ले जा चुकी है। सिद्धार्थ पिठानी रविवार को ही हैदराबाद से मुंबई आया था और आज भी सीबीआई उससे पूछताछ कर रही है।
कौन है सिद्धार्थ पिठानी
सिद्धार्थ पिठानी सुशांत के साथ ही उनके फ्लैट में रहता था। सिद्धार्थ पिठानी के अनुसार जनवरी महीने में उसको सुशांत का फोन आया था। जिसके बाद वो हैदराबाद से मुंबई आ गया था और उसने सुशांत के साथ रहना शुरू कर दिया था। जिस दिन सुशांत की मौत हुई थी उस समय भी सिद्धार्थ पिठानी घर में मौजूद था। सिद्धार्थ पिठानी के अनुसार 14 जून को वो 10 बजे अपना काम घर के हॉल में बैठकर कर रहा था। तभी उन्हें बताया गया कि सुशांत अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोल रहा है। जिसके बाद सिद्धार्थ पिठानी ने एक चाबी वाले को बुलाया था और सुशांत के कमरे का गेट खोला था। सिद्धार्थ पिठानी ने सुशांत की बहन मीतू को सुशांत के गेट ना खोलने की जानकारी दी थी। वहीं सुशांत की बहन के घर पहुंचने से पहले ही सिद्धार्थ पिठानी ने दीपेश के साथ मिलकर सुशांत के शव को फंदे से उतार दिया था और बिस्तर पर रख दिया था। सिद्धार्थ पिठानी के अनुसार उसे मीतू ने ही सुशांत को फंदे से उतारने को कहा था। जिसके बाद उसने नीरज से चाकू लाने को कहा और सुशांत के फंदे को उससे काट दिया। हालांकि सिद्धार्थ पिठानी और दीपेश ने 14 जून की जो कहानी सीबीआई को बताई है, उसमे अंतर पाया गया है और यहीं वजह है कि सीबीआई इन दोनों से कई बार पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई के अलावा ईडी की और से भी सिद्धार्थ पिठानी से पूछताछ की गई है। दरअसल सुशांत, रिया और रिया के भाई शौविक चक्रवर्ती ने एक कंपनी शुरू की थी। जिसमें सिद्धार्थ पिठानी को ग्राफिक्स का काम सौंपा गया था। ई़डी ने इसी कंपनी को लेकर पिठानी से पूछताछ की थी।