बेंगुलरु : गुरिल्ला तकनीक से मुसलमानों की भीड़ ने किया था पुलिस पर हमला, पुलिस ने सुनाई आपबीती
बेंगलुरु में कल हुई हिंसा के दौरान मुसलमानों की भीड़ ने कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के घर में खूब तोड़फोड़ की और पुलिस थाने को भी अपना निशाना बनाया। दंगाइयों ने गुरिल्ला तकनीक का इस्तेमाल कर पुलिस पर हमला किया और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। कल हिंसा के दौरान बेंगलुरु में जो कुछ भी हुआ उससे यहां के लोग बेहद ही डरे हुए हैं और अभी भी यहां तनाव का ही माहौल है। हालांकि पुलिस ने अब स्थिति को नियंत्रण कर लिया है।
पुलिस थाने के बाहर की जमकर तोड़फोड़
कवलबिरासांद्रा, केजी हल्ली और डीजेहल्ली इलाके में कल हुई हिंसा में मुसलमानों की हिंसक भीड़ ने गुरिल्ला टेक्निक का इस्तेमाल किया था। ये हिंसा कल शाम 7 बजे शुरू हुई थी और लगभग 7 घंटे तक चली। रात को 10 बजे हिंसक भीड़ ने केजी हल्ली और डीजे हल्ली पुलिस थाने के बाहर भी हंगामा किया और पुलिस वाहनों को आग लगा दी। वहीं दो स्टेशनों में फंसे पुलिस वालों की मदद के लिए जब फोर्स को भेजा गया। तो उनपर भी दंगाइयों ने बोतलों और पत्थर फेंके। इसी तरह से ये हिंसा रात के 2 बजे तक चली।
पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने इस हिंसा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 75 पुलिस अधिकारियों के साथ मुझे केजी हल्ली की छोटी गलियों से चलना था। जब हम चल रहे थे। तब स्ट्रीटलाइट्स पर पत्थर फेंके दिए गए। जिससे की इलाके में अंधेरा हो गया। अंधेरा होने के बाद बर्तन, पत्थर, बोतलें, टायर, लकड़ी के बोटे और ईंटें से हमपर हमला किया गया। कई पुलिस वाले इसमें घायल हो गए। जिसके बाद फायरिंग के आदेश दिए।
एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस घटना का जिक्र करते हुए बताया कि केजी हल्ली में पुलिस पर हमला किया गया। भीड़ हर जगह थी। हम एक को हटाते थे और वो दूसरे रास्ते पर आ जाते थे। हालांकि उनमें से कोई स्थानीय नहीं था।
इस हिंसा के बारे में एक अंग्रेजी अखबार को दमकल कर्मी ने बताया कि ‘दो गाड़ियां पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुकी थीं और वाहनों में लगी आग को बुझाने का काम कर रही थीं। लेकिन स्टेशन से आधे किलोमीटर पहले एक भीड़ ने रास्ता रोक लिया। हमारे वाहन के शीशे तोड़ दिए। हमें बाहर निकाला गया और हमें पीटना शुरू कर दिया। हालांकि सशस्त्र पुलिस के एक दल ने हमें देखा और हमारी ओर आया। लेकिन भीड़ ने उन्हें भी घेर लिया।
इस कारण से भड़की थी हिंसा
गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के रिश्तेदार द्वारा पैगंबर को लेकर फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट के कारण हिंसा भड़क गई थी। भीड़ ने श्रीनिवास मूर्ति के घर पर भी हमला कर दिया था।
लगाई धारा 144
हालातों पर काबू पाए रखने के लिए सीआरपीसी की धारा 144 लागू की गई है। इस मामले पर कर्नाटक के गृहमंत्री की ने कल बयान जारी कर कहा था कि “मामले की जांच हो रही है। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
इस हिंसा में दो लोगों की मौत हुई है। जबकि 60 पुलिसकर्मी हिंसा में घायल हुए हैं और 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।