चार साल से अनसुलझा है प्रत्युषा बनर्जी की मौत का रहस्य, सुशांत के जैसे ही हुई थी मौत
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का सुसाइड केस इन दिनों काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस केस में उनकी गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती शक के घेरे में है। उनके ऊपर सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। ऐसा ही एक सुसाइड केस चार साल पहले टीवी एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी (Pratyusha Banerjee) का भी था। ‘बालिका वधू’ फेम प्रत्युषा यदि आज जिंदा होती तो अपना 28वां जन्मदिन मना रही होती। दरअसल 10 अगस्त को उनका बर्थडे था।
सुशांत की तरह पंखे से लटकी मिली थी प्रत्युषा
याद दिला दें कि 1 अप्रैल 2016 को प्रत्युषा बनर्जी का शव पंखे से लटका मिला था। सुशांत की तरह उनके परिवार के लोगों ने भी प्रत्युषा के बॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह पर एक्ट्रेस को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। कहा जाता है कि प्रत्युषा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर दुखी थी। उनका करियर तो बहुत सही ढंग से चल रहा था, लेकिन अपनी लव लाइफ में वह तनाव में चल रही थी।
करियर के पिक पर की थी आत्महत्या
सुशांत की तरह ही प्रत्युषा का करियर भी ऊंचाइयों पर था। लेकिन एक दिन उन्होने भी अपनी ज़िंदगी अचानक से खत्म कर ली। दुर्भाग्य से उनकी मौत के पीछे का ठोस कारण अभी तक सामने नहीं आ सका है। इस केस को चार साल से ऊपर हो गए हैं लेकिन फिर भी प्रत्युषा की मौत का राज अनसुलझा ही रह गया।
बॉयफ्रेंड पर परिवार ने लगाए थे आरोप
प्रत्युषा बनर्जी के बॉयफ्रेंड राहुल राज सिहं एक्टर और प्रड्यूसर हैं। कहा जाता है कि इन दोनों के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा था। इनके रिश्ते में कुछ परेशानियां चल रही थी। परिवार ने प्रत्युषा की मौत के पीछे राहुल राज को जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि राहुल ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए यह कहा था कि प्रत्युषा आर्थिक स्थिति और पैसो को लेकर तनाव में थी। उन्होने बैंक से लोन भी ले रखा था।
आत्महत्या के आधे घंटे पहले की थी बॉयफ्रेंड से बात
प्रत्युषा बनर्जी ने आत्महत्या करने के आधे घंटे पहले अपने प्रेमी राहुल से फोन पर बात की थी। इस फोन वार्तालाप की रिकॉर्डिंग भी कोर्ट में सुनाई गई थी। दरअसल प्रत्युषा का मोबाइन फोन ऑटो रिकॉर्डिंग मोड रहता था, ऐसे में उनकी अंतिम क्षणों में बॉयफ्रेंड से हुई बातचीत फोन में रिकॉर्ड हो गई थी। इस रिकॉर्डिंग में प्रत्युषा ने राहुल को चीटर व धोखा कहा था। हालांकि कोर्ट ने राहुल को यह कह जमानत दे दी थी कि उनके खिलाफ प्रत्युषा को आत्महत्या के लिए उकसाने को लेकर पर्याप्त सबूत नहीं मिले हैं।
अभी तक नहीं मिला इंसाफ
प्रत्युषा बनर्जी के माता पिता ने अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए बहुत संघर्ष किया, लेकिन अभी तक इस केस को लेकर कोई ठोस फैसला नहीं आया। इस मामले में सच्चाई क्या थी, यह आज तक रहस्य बनी हुई है। पहले प्रत्युषा बनर्जी के पेरेंट्स बेटी की टेलीफोनिक बातचीत को बड़ा सबूत मान रहे थे, लेकिन फिर इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ।
अब बस यही उम्मीद की जाती है कि सुशांत सिंह राजपूत के केस में ऐसा कुछ न हो। उन्हें जल्द से जल्द इंसाफ मिले। यह केस बीच में ही लटका न रह जाए।