RSS का ऐसा कदम की पेड मिडिया की हो जायेगी बोलती बंद
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की न्यूज एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार को नया जीवन देने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मोदी सरकार प्रिंट मीडिया एडवर्टाइजिंग की नई पॉलिसी लेकर आ रही है। इसके जरिए हिन्दुस्थान, प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) और यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (यूएनआई) की सेवाएं लेने वाले अखबारों के लिए सरकारी विज्ञापन हासिल करने की राह आसान हो जाएगी।
नई पॉलिसी के मुताबिक अखबारों को इन तीनों न्यूज एजेंसियों के सब्सक्रिप्शन के एवज में प्वाइंट मिलेंगे। इन प्वाइंट के जरिए ही अखबारों को सरकारी विज्ञापन दिए जाएंगे।
सरकार विज्ञापन के लिए अखबारों को 45 से 100 प्वाइंट इकट्ठा करने होंगे। हिन्दुस्थान, पीटीआई और यूएनआई की सेवाएं लेने पर 15-15 प्वाइंट मिलेंगे। यानी जिस अखबार ने तीनों एजेंसी की सेवाएं लीं, उसके 45 प्वाइंट हो जाएंगे और वह सरकारी विज्ञापन हासिल करने का अधिकारी बन जाएगा।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अफसरों के मुताबिक हिन्दुस्थान समाचार की क्षेत्रीय भाषाओं के अखबारों में मजबूत पकड़ है। इसी तरह पीटीआई और यूएनआई की भी अपनी श्रेणी के अच्छी न्यूज एजेंसियों में हैं।
हिन्दुस्थान समाचार की शुरुआत साल 1948 में वरिष्ठ आरएसएस प्रचारक शिवराम शंकर आप्टे ने की थी। 1975 में जब इंदिरा गांधी की सरकार ने इमरजेंसी लगाई, तो सभी न्यूज एजेंसियों ने एकजुट होकर ‘समाचार’ नाम की संस्था बनाई।