यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में हो रही नकल को लेकर उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा गंभीर, दिए कुछ जरूरी निर्देश!
उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की बात करें तो इस समय इसकी हालत काफी बुरी हो चुकी है। बोर्ड परीक्षा के नाम पर खुलेआम नकल कराना आम बात हो गयी है। सपा सरकार बनते ही बोर्ड परीक्षाओं का कोई महत्व नहीं रह गया था। हर कोई नकल करने में मशगूल हो गया था। नकल कराने के लिए विधिवत लोग नियुक्त किये जाते थे। ऐसे में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ही किया जा रहा था। अब उत्तर प्रदेश में कई सालों बाद फिर से बीजेपी की सरकार बनी है।
सख्ती से निपटने के आदेश:
इससे पहले जब उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार थी और कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे, उस समय शिक्षा व्यवस्था काफी अच्छी थी। उस समय बोर्ड परीक्षाओं में नकल नाम की कोई चीज नहीं हुआ करती थी। अब जब प्रदेश में बीजेपी सरकार पुनः बन गयी है तो इसपर गंभीरता से विचार किया जाने लगा है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा परीक्षाओं में होने वाली नकल को लेकर काफी गंभीर हैं और उन्होंने इससे सख्ती से निपटने के लिए कहा है।
अधिकारियों को लगाई जमकर फटकार:
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार प्रदेश में होने वाली नकल के लिए उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है। केवल यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि नकल रोकने के लिए जो कर सकें वो करें और उन्हें इसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपी जाए। दूसरी तरफ यूपी बोर्ड की सचिव शैल यादव ने कहा है कि अब तक बोर्ड परीक्षाओं में 1500 नकल करने वालों को पकड़ा जा चुका है।
नकल करते पकड़े जाने पर 327 केंद्र व्यवस्थापकों और लगभग 600 कक्ष निरीक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। इसके अलावा 178 कक्ष निरीक्षकों और 111 केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। साथ ही 70 नकल करने वाले परीक्षार्थियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अब तक कुल 54 परीक्षा केन्द्रों की परीक्षा निरस्त की जा चुकी है। जबकि 57 परीक्षा केन्द्रों को काली सूची में डाल दिया गया है।