सुशांत केस में दोषी पाई गईं रिया तो हो सकती है इतने साल की सजा, जानें कौन-कौन से लगे हैं चार्ज
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले की जांच अब जोर पकड़ने लगी है। मुंबई पुलिस तो मामले की जांच कर ही रही है, बिहार पुलिस भी जांच के लिए मुंबई पहुंच गई है। दरअसल सुशांत सिंह राजपूत के परिवार की ओर से पटना के राजीव नगर पुलिस थाने में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में शिकायत दर्ज कराई गई है। बिहार पुलिस के अधिकारी मुंबई में रिया चक्रवर्ती के घर भी पूछताछ के लिए गए थे। हालांकि रिया चक्रवर्ती उन्हें अपने घर पर मिलीं नहीं।
रिया चक्रवर्ती के खिलाफ धारा 341, 342, 380, 406, 420, 306 और धारा 506 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। यहां हम आपको बता रहे हैं कि यदि इन धाराओं के तहत रिया चक्रवर्ती दोषी पाई जाती हैं तो उन्हें कितने वर्षों तक सलाखों के पीछे रहना पड़ सकता है।
आईपीसी धारा 341
सुशांत के पिता की ओर से रिया चक्रवर्ती के खिलाफ आईपीसी धारा 341 के तहत उनके बेटे सुशांत सिंह राजपूत को जबरन बंदी बनाने की शिकायत दर्ज कराई गई है। रिया चक्रवर्ती के खिलाफ यदि यह आरोप साबित हो जाता है तो ऐसे में उन्हें एक साल तक की कैद या फिर जुर्माना या कैद और जुर्माना दोनों की सजा हो सकती है।
आईपीसी धारा 506
रिया चक्रवर्ती पर सुशांत के पिता ने आईपीसी की धारा 506 के अंतर्गत उनके बेटे सुशांत को ब्लैकमेल करने का भी आरोप लगाया है। रिया चक्रवर्ती पर सुशांत के पिता द्वारा लगाया गया यह आरोप यदि साबित हो जाता है तो ऐसे में धारा 506 के अंतर्गत उन्हें 2 साल की कैद और जुर्माना हो सकता है। धमकी या फिर ब्लैकमेलिंग की स्थिति में धारा 506 लगाई जाती है।
आईपीसी धारा 406
आईपीसी की धारा 406 भी रिया चक्रवर्ती पर लगाई गई है। यह फर्जीवाड़ा से संबंधित है। रिया चक्रवर्ती पर यह आरोप है कि उन्होंने सुशांत के 15 करोड़ का गबन कंपनी खोले जाने के नाम पर किया है। रिया चक्रवर्ती को इसके तहत यदि दोषी पाया जाता है तो उन्हें न केवल 3 साल की कैद होगी, बल्कि जुर्माना भी भरना पड़ेगा। सबसे बड़ी बात है कि इस मामले में जल्दी जमानत तक नसीब नहीं होती।
आईपीसी धारा 306
आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित धारा 306 रिया चक्रवर्ती पर लगाई गई है। सुशांत के पिता ने पुलिस में दर्ज कराई गई अपनी एफआईआर में स्पष्ट लिखा है कि सुशांत को आत्महत्या के लिए रिया चक्रवर्ती ने उकसाया था। यह एक बड़ा ही संगीन अपराध है। रिया चक्रवर्ती को यदि इसके अंतर्गत दोषी पाया जाता है तो उन्हें 10 साल तक जेल की सलाखों के पीछे रहना पड़ सकता है।
आईपीसी धारा 420
आईपीसी की धारा 420 के तहत रिया चक्रवर्ती के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यदि कोई धोखे से या फिर बेईमानी से किसी बहुमूल्य चीज को अपने नाम पर कर लेता है तो यह धारा लगाई जाती है। यह एक गैर जमानती अपराध है। यदि इसके तहत आरोप साबित हो जाता है तो रिया चक्रवर्ती को 7 साल कैद की सजा भुगतनी पड़ सकती है।
आईपीसी धारा 380
सुशांत के पिता की ओर से रिया चक्रवर्ती पर आरोप लगाया गया है कि वे सुशांत के घर से कैश, मोबाइल, गहने, लैपटॉप और अन्य कीमती सामान उठाकर ले गईं। ऐसे में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ आईपीसी की धारा 380 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह चोरी का आरोप है। यदि रिया चक्रवर्ती के खिलाफ आईपीसी की इस धारा के तहत अपराध साबित हो जाता है तो उन्हें 7 साल कैद या फिर जुर्माने की सजा भुगतनी पड़ सकती है। हो सकता है कि उन्हें सजा भी हो और जुर्माना भी भरना पड़े।
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