यूपी में फिर उजागर हुई शिक्षिका की काली करतूत, दोस्त को फर्जी MLC बनवा कर डाला यह कारनामा
यूपी शिक्षा विभाग से जुड़ा हुआ एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां पर एक शिक्षिका ने अपनी वेतन बचाने के लिए एमएलसी (MLC) के नाम से फर्जी फोन करवाया और फोन कर कहा कि वेतन नहीं कटनी चाहिए और न ही अटेंडेंस इस महीने में कम हो। ये मामाल यूपी के वाराणसी का है। हालांकि आरोपी शिक्षिका को नौकरी से निकाल दिया गया है और जिस शिक्षक ने ये फोन किया था उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
फर्जी फोन करवाने वाली शिक्षिका का नाम अर्चना कुमारी है। अर्चना कुमारी के कहने पर गाजीपुर जिले के एक शिक्षक ने फर्जी एमएलसी (MLC) बन अर्चना कुमारी के खंड शिक्षा अधिकारी को फोन किया। फोन करके इसने खंड शिक्षा अधिकारी को धमकाते हुए कहा गया कि अर्चना कुमारी की वेतन नहीं कटनी चाहिए और न ही उसकी अटेंडेंस इस महीने कम होनी चाहिए। इनको लगा की फोन करके इन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को डर दिया है और वो वेतन अब नहीं काटेगा। लेकिन ऐसे कुछ नहीं हुआ और ये फोन करना इनकी सबसे बड़ी गलती साबित हुई।
पिछले महीने कटा था वेतन
अध्यापिका अर्चना कुमारी वाराणसी के चिरईगांव ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कमौली में काम करती है और पिछले महीने अर्चना का वेतन कट गया था। इस महीने भी अर्चना का वेतन कटना था। अपनी वेतन को बचाने के लिए शिक्षिका ने अपने एक परिचित शिक्षक जो कि गाजीपुर में तैनात हैं। उससे मदद मांगी और उसे कहा कि वो फर्जी एमएलसी बन खंड शिक्षा अधिकारी को फोन कर दे। वहीं इसने फोन कर खंड शिक्षा अधिकारी से कहा कि अब न मैडम का वेतन कटना चाहिए और न ही अटेंडेंस कम हो। ये फोन आने के बाद खंड शिक्षा अधिकारी ने इसकी शिकायत बीएसए राकेश सिंह से की। जिसके बाद बीएसए राकेश सिंह ने मामले की जांच कराई। जांच करते हुए पाया गया कि ये फर्जी फोन था।
जिस एमएलसी के नाम पर ये फोन किया गया था उसने बताया कि ये नंबर उनका नहीं है और न ही उन्होंने कोई फोन किया है। वहीं जांच करने पर पता चला की 26 जुलाई को आया फोन एक शिक्षक ने किया था। जो कि गाजीपुर में तैनात हैं। इस शिक्षक की जानकारी निकाली गई और इस पर केस दर्ज किया गया।
अनामिका शुक्ला कांड की दिलाई याद
फर्जी फोन कराने वाली शिक्षिका अब सस्पेंड हो गई है। जबकि फर्जी फोन करने वाले गाजीपुर के शिक्षक के खिलाफ वाराणसी में मुकदमा दर्ज हुआ है। गौरतलब है कि हाल ही में यूपी से ही अनामिका शुक्ला कांड (Anamika Shukla Case) भी सामने आया था। जिसमें अनामिका शुक्ला नाम की एक शिक्षिका कई सारे स्कूलों से वेतन ले रही थी। जब इस मामले की जांच की गई तो पाया गया कि अनामिका शुक्ला नाम से एक करोड़ से अधिक वेतन ली गई है और इस नाम की कोई भी शिक्षिका किसी स्कूल में नहीं है। इस केस के सामने आने के बाद से यूपी शिक्षा विभाग और सतर्क हो गया है। हालांकि अब वाराणसी से ये नया मामला आया है।