योगी ने कहा सूर्य नमस्कार जैसा ही है नमाज़, मुसलमानों ने दिया ये रिएक्शन ..!
लखनऊ – लखनऊ के योग महोत्सव में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूर्य नमस्कार और नमाज को एक समान बताया था, जिसके बाद बवाल शुरू हो गया है। मुस्लिम धर्मगुरुओं और सियासी दलों ने इस बयान की निंदा करते हुए इस बयान को हिंदू और मुस्लिम धर्म के विरुद्ध बताया है। हालांकि, सीएम योगी के इस बयान से कुछ लोग उनकी सराहना भी कर रहे हैं। Surya namaskar and namaz.
सीएम योगी ने कहाः नमाज और सूर्य नमस्कार एक जैसे –
योग महोत्सव में बोलते हुए बुधवार को योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि योग एक अहिंसात्मक युद्ध है। योग से दुनिया की सभी समस्याओं को हल किया जा सकता है। सीएम ने सूर्य नमस्कार को नमाज का मिलता जुलता स्वरूप बताया। उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार के दौरान जितने आसन और मुद्राएं आती हैं वह मुस्लिम बंधुओं के नमाज पढ़ने की क्रिया से मिलती-जुलती हैं।
विरोधियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, ‘कुछ लोगों को योग में नहीं भोग में विश्वास है। इन लोगों ने समाज को तोड़ा और जाति धर्म के आधार पर बांटा है।’ हालांकि योगी के इस बयान से पहले भी अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने सामुहिक योग का आयोजन किया था, जिसपर मुसलमानों ने यह कहकर सूर्य नमस्कार करने से मना कर दिया था कि यह उनके धर्म और आस्था के खिलाफ है।
मुस्लिम धर्मगुरुओं को हजम नहीं हुआ योगी का बयान –
मुस्लिम धर्मगुरुओं को योगी का यह बयान हजम नहीं हो रहा है। इस बयान पर उमर इलियासी ने कहा है कि नमाज और सूर्य नमस्कार दोनों अलग बातें हैं। मुझे लगता है कि योगी ने इस बयान से हिंदू-मुसलमान दोनों मजहबों को तोड़ने का का काम किया है। दूसरी तरफ कांग्रेस के पीएल पुनिया ने योगी के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि नमाज और सूर्य नमस्कार में समानता है।
सीएम योगी के इस बयान पर जेडीयू प्रवक्ता के. सी. त्यागी ने सरहाना की है। उनका कहना है कि हमें इस बात की खुशी है कि जिम्मेदारी ने योगी को नर्म दिल बना दिया है। उमर इलियासी से उलट मौलाना सुहेब कासमी ने योगी की तारीफ करते हुए कहा कि पूजा नमाज जैसी सभी इबादतें एक जैसी ही हैं। ईश्वर एक है, उसी के लिए हम अलग-अलग तरीकों से पूजा करते हैं।