तो इस वजह से सचिन नहीं करते थे पहली गेंद का सामना, सौरव गांगुली ने खोला ये राज, देखें वीडियो
सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की जोड़ी क्रिकेट जगत की प्रसिद्ध जोड़ियों में से एक है। भारत टीम की और से ओपनिंग करने के लिए ज्यादातर यहीं दोनों दिग्गज खिलाड़ी मैदान में आया करते थे। वहीं हमेशा मैच की पहली गेंद का सामना सौरव गांगुली ही किया करते थे। आखिर क्यों कभी भी सचिन तेंदुलकर मैच की पहली गेंद का सामना नहीं करते थे? इसका खुलासा अब सौरव गांगुली ने किया है।
पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली ने हाल ही में कहा है कि वो स्वयं हमेशा पहली गेंद का सामना करते थे। क्योंकि सचिन उन्हें स्ट्राइक लेने के लिए कहते थे। सौरव के अनुसार, मैंने कई बार सचिन से कहा था कि तुम्हें पहली गेंद का सामना करना चाहिए। लेकिन सचिन ऐसा करने के लिए मना कर देते था।
‘दादा ओपन विद मयंक’ शो में किया ये खुलासा
सचिन से जुड़ा ये खुलासा सौरव गांगुली ने भारतीय टेस्ट टीम के ओपनिंग बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ हुई एक बातचीत में किया है। बीसीसीआई ने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल में एक वीडियो शेयर किया है, जो कि सौरव गांगुली और मयंक अग्रवाल की बातचीत की है। इस वीडियो को शेयर करते हुए बीसीसीआई ने लिखा है कि सचिन पाजी ने हमेशा आपको वनडे में ओपनिंग करते हुए स्ट्राइक लेने के लिए मजबूर किया? कल्पित कथा ? वास्तविकता ?
Sachin Paji always forced you to take the strike while opening with you in ODIs? Myth ? Reality ?
Listen to what Dada has to say ?#DadaOpensWithMayank episode coming up soon on https://t.co/uKFHYe2Bag @mayankcricket @SGanguly99 pic.twitter.com/YM0yEatMcE
— BCCI (@BCCI) July 6, 2020
‘दादा ओपन विद मयंक’ शो में गांगुली ने कहा कि ”सचिन के पास हमेशा दो जवाब होते थे। पहला, यदि वो अच्छी फॉर्म में हैं, तो उन्हें नॉन स्ट्राइकिंग पर होना चाहिए ताकि वो बड़ी पारी खेल सकें। दूसरा यदि वो आउट ऑफ फॉर्म हैं, तो उन्हें नान स्ट्राइकिंग पर होना चाहिए ताकि दबाव कम हो जाए। ”यदि सचिन ने एक या दो बार कभी स्ट्राइक ली भी तो केवल उनकी वजह से।
एक साथ खेली हैं 176 पारियां
आपको बात दें कि सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर ने एक साथ कुल 176 पारियां खेली हुई हैं और इस दौरान इन्होंने 47.55 की औसत से 8227 रन बनाए हैं। गांगुली और तेंदुलकर ने वनडे में 136 पारियों का आगाज किया है। जिसमें इन्होंने 6609 रन बनाए। इसमें 21 शतकीय और 23 अर्धशतकीय साझेदारियां शामिल हैं। कोई भी दूसरी जोड़ी वनडे में 6000 रन भी पार नहीं कर सकी।
तेंदुलकर के नाम है सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड
सचिन तेंदुलकर के नाम ही टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है। सचिन ने 15921 रन टेस्ट क्रिकेट में बनाए हैं। इन्होंने टेस्ट में 51 शतक भी लगाए हैं। जबकि वनडे में सचिन ने 18426 रन बनाए हैं और इनके नाम 49 शतक हैं। तेंदुलकर साल 2013 में रिटायर हुए थे। तेंदुलकर ने अपने 24 साल के करियर में 6 विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। साल 2011 का विश्व कप जीतने वाली टीम में भी ये मौजूद थे।
भारत के सफल कप्तान
सौरव गांगुली को भारतीय क्रिकेट टीम का सबसे सफल कप्तान माना जाता है। इनके नेतृत्व में भारत ने पाकिस्तान को उनकी जमीन में पहली बार टेस्ट सीरीज में हराया था। इनके नेतृत्व में साल 2003 के विश्व कप में टीम इंडिया फाइनल में पहुंची। गांगुली ने 113 टेस्ट और 311 वनडे खेले। इन्होंने तीनों फॉर्मैट में कुल 18575 रन बनाए। ये अक्टूबर 2019 में बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं दे रह हैं।