कानपुर काण्ड के आरोपी विकास दुबे को इस तरह तलाश कर रही है पुलिस, फरार होने पर मिला बड़ा सुराग
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और पुलिस कई राज्यों में लगातार इस अपराधी की खोज कर रही है। विकास दुबे को पकड़ने के लिए एसटीएफ की 20 टीमें और तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। साथ में ही पुलिस ने इस अपराधी के ऊपर रखी इनाम राशि को भी कल बढ़ा दिया है। विकास पर पुलिस ने पहले 50 हजार की इनाम राशि रखी थी। जिसे अब बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दिया गया है।
आखिर कहां छुपा है विकास दुबे
यूपी पुलिस को आंशका है कि विकास दुबे यूपी से भाग गया है और नेपाल भागने की फिराक में है। ऐसे में यूपी पुलिस ने नेपाल के बॉर्डर पर भी अलर्ट कर दिया है। संभावना ये भी लगाई जा रही है कि विकास दुबे नेपाल के अलावा राजस्थान भी भाग सकता है।दरअसल रविवार को यूपी के औरैया में एक लावारिस कार भी मिली है। जो कि लखनऊ की थी। इस कार का रजिस्ट्रेशन अमित दुबे के नाम पर है। पुलिस को शक है कि इस कार में ही विकास दुबे अपने साथियों के साथ कानपुर से भागा था। आशंका है कि ओरैया से होते हुए ये मध्य प्रदेश के चंबल गया होगा और वहां से ग्वालियर, भिंड और मुरैना होते हुए राजस्थान निकल गया होगा।
पुलिस ने विकास दुबे के 500 करीबियों के फोन सर्विलांस पर भी रखे हैं। ताकि इनसे अगर वो संपर्क करे तो पुलिस को तुरंत जानकारी मिल सके। विकास दुबे के करीबी लोगों से पुलिस ने हाल ही में पूछताछ भी की थी और इनपर निगरानी भी रख रही है।
टोल प्लाजा में लगाए विकास दुबे के पोस्टर
यूपी के 75 जिलों में विकास दुबे और उसके साथियों की गिरफ्तारी का अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने हर टोल प्लाजा में विकास के पोस्टर भी लगा दिए हैं। जिसमें विकास की फोटो होने के साथ-साथ ये भी लिखा गया है कि जो भी विकास की सूचना देगा उसे एक लाख की इनाम राशि दी जाएगी। सूचना देने से जुड़ा एक नंबर भी पोस्टर पर मौजूद है।
विकास दुबे के अलावा कानपुर मुठभेड़ में शामिल अन्य आरोपियों पर भी पुलिस ने इनाम रखा है। पुलिस ने कुल 18 आरोपियों की सूची जारी की है जिन पर 25 हजार रुपए की इनाम राशि रखी गई है।
मांगी खुफिया एजेंसी से मदद
विकास और उसके साथियों को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस ने केंद्रीय खुफिया सुरक्षा एजेंसी से भी मदद मांगी है। ताकि इस अपराधी को जल्द ही पकड़ा जा सके। गौरतलब है कि विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर शुक्रवार को 8 पुलिसवालों की हत्या कर दी थी और तभी से ये फरार है।
इसी बीच विकास दुबे की एक पुरानी वीडियो खूब वायरल हो रहा है। जिसमें विकास दुबे ये कहते हुए नजर आ रहा है कि उसको राजनीति में लाने का पूरा श्रेय पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरिकिशन श्रीवास्तव को जाता है। वही उसके राजनीतिक गुरु हैं। ‘मैं अपराधी नहीं हूं, मेरी जंग राजनीतिक वर्चस्व की जंग है और ये मरते दम जारी रहेगी।’ विकास दुबे का ये वीडियो साल 2006 का बताया जा रहा है।