दिल्ली की गद्दी : केजरीवाल को दगा दे गया उनका ये खास दोस्त, उड़ाई केजरीवाल की नींद!
नई दिल्ली – विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपनी हार के लिए ईवीएम पर सवाल उठाए, लेकिन उन्हें इसका कुछ ज्यादा फायदा नहीं मिल पाया। इसके बाद उन्होंने निगम चुनाव जीतने के बाद रिहायशी इलाकों में हाउस लोन माफ करने की चाल चली। इस एलान के बाद विपक्षी पार्टियों को झटका जरूर लगा होगा, क्योंकि यह एलान कुछ ऐसा है जैसे दिल्ली के विधानसभा चुनावों के दौरान केजरीवाल ने हर महीने 400 यूनिट तक की बिजली की दर आधी करने और बीस हजार लीटर पानी हर महीने मुफ्त देने का फैसला किया था। Delhi municipal election.
नीतीश ने थामा केजरीवाल का हाथ –
देश भर में अपनी जड़े जमाने की कोशिश कर रहे केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से दोस्ती की। नीतीश और लालू यादव से दोस्ती पर जब केजरीवाल की खिचाई होने लगी तो उनसे भी दोस्ती खत्म कर ली। नीतीश कुमार की पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा करके केजरीवाल की नीदें उड़ा दी हैं। हालांकि, केजरीवाल और उनकी पार्टी की ओर से इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है, लेकिन पंजाब और गोवा चुनाव की हार के बाद नीतीश के झटके से उन्हें गहरा सदमा तो जरूर लगा होगा।
एमसीडी को बर्बाद कर देंगे केजरीवाल के वादे –
नगर निगम चुनाव जीतने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पानी, बिजली के बाद अब हाउस टैक्स भी फ्री करने का वादा किया है। हालांकि, इस बार उनकी पार्टी का अच्छा प्रदर्शन करना संदेहास्पद है, क्योंकि हाल के चुनावों में उन्हें करारी हार मिली है और जनता उनके खोखले वादे और दोहरे चरित्र से ऊब चुकी है। हाउस टैक्स खत्म करने का लालच देने से केजरीवाल की पार्टी को कुछ वोट तो मिल जाएंगे, लेकिन पहले से ही बर्बाद दिल्ली नगर निगमों के लिए यह किसी सदमे से कम नहीं होगा।