साध्वी प्रज्ञा ने याद दिलाई चाणक्य नीति, कहा-विदेशी महिला का बेटा नहीं हो सकता राष्ट्रभक्त
कांग्रेस द्वारा कम्युनिस्ट चीन के बचाव में खड़े किए जा रहे सवाल सुन कर साध्वी ने दी प्रतिक्रिया
भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित हुए एक सम्मेलन में विवादित बयान दिया है और कहा है कि विदेशी महिला के गर्भ से जन्मा कोई भी व्यक्ति राष्ट्र भक्त नहीं हो सकता है। दरअसल रविवार को बीजेपी कार्यालय में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आयोजन हुआ था और इस आयोजन में साध्वी भी मौजूद थी। इस दौरान मीडिया ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर से कांग्रेस द्वारा भारत-चीन हिंसक झड़प को लेकर खड़े किए जा रहे सवालों के बारे में पूछा था। जिसकी प्रतिक्रिया देते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने ये बात कही।
चाणक्य नीति की दिलाई याद
कांग्रेस को घेरते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि चाणक्य के अनुसार इस भूमि का पुत्र ही देश की रक्षा कर सकता है। कांग्रेस पार्टी में न बोलने की सभ्यता है न संस्कार और न ही देश भक्ति है। मैं कहती हूं कि देश भक्ति आएगी भी कहां से, जब दो-दो देश की सदस्यता लेकर रहेंगे।
चीन पर भी किया हमला
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने चीन विवाद को लेकर भी बयान दिया और कहा कि चीन से निपटने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। केंद्र सरकार चीन को पूरी ताकत से जवाब देगी। हमारी एक इंच जमीन पर कोई भी कब्जा नहीं कर सकता है। चीन, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान समेत अन्य कई देशों का उदय भारत से हुआ है। भारत का पराक्रम और इतिहास पूरा विश्व जानता है। जो देश भारत को आंख दिखा रहे हैं, उनकी हमारे देश के वीरों के सामने कोई हैसियत ही नहीं है। सालों पहले चीन ने जो छल हमारे देश के साथ किया था, उसका जवाब अब दिया जाएगा।
मोदी जी के हाथ मे देश है सुरक्षित
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हिंसक झड़प को लेकर कहा, हमारा एक-एक सैनिक निहत्था होकर भी उनके कई हजार सैनिकों को समाप्त कर सकता है। उनके सैनिक हथियार लिए थे और हमारे सैनिक निहत्थे थे। मोदी जी के हाथों मे देश सुरक्षित है।
क्या कहती है चाणक्य नीति
चाणक्य नीति के अनुसार किसी विदेशी महिला और उससे पैदा होने वाले बच्चे को सत्ता नहीं देनी चाहिए। दरअसल चन्द्रगुप्त मौर्य और यूनानी आक्रमणकारी सेल्यूकस के बीच एक युद्ध हुआ था। जिसे चन्द्रगुप्त मौर्य ने जीत लिया था और विरोधी सेना को बंदी बना लिया था। तब अपने सेैनिकों को बचाने के लिए सेल्यूकस ने अपनी बेटी हेलेना के विवाह का प्रस्ताव चन्द्रगुप्त मोर्य के पास भेजा था। हालांकि आचार्य चाणक्य ने इस विवाह से पहले कुछ शर्ते रखी थी, जो कि इस प्रकार थी
पहली शर्त
चन्द्रगुप्त मोर्य और हेलेना की होने वाली संतान को राज्य का उत्तराधिकारी नहीं माना जाएगा। क्योंकि हेलेन एक विदेशी महिला है, और भारत के पूर्वजों से उसका नाता नहीं है। इसके अलावा हेलेन विदेशी शत्रुओं की बेटी भी है। उनकी निष्ठा कभी भारत के साथ नहीं हो सकती है। हेलेन का होने वाला बच्चा अपनी मां के प्रभाव से कभी मुक्त नहीं हो पाएगा और भारतीय की मिट्टी, भारतीय लोगों के प्रति पूर्ण निष्ठावान नहीं हो पायेगा।
दूसरी शर्त
चाणक्य ने हेलेन के सामने दूसरी शर्त रखते हुए कहा था कि वो कभी भी चन्द्रगुप्त के राज्य कार्य में हस्तक्षेप नहीं करेंगी। परंतु गृहस्थ जीवन मे हेलेन का पूर्ण अधिकार होगा।
सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने चाणक्य की इन्हीं नीतियों को आज याद दिलाया है। चाणक्य नीति को याद दिलाते हुए साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने इशारों-इशारों में सोनिया गांधी व राहुल गांधी पर निशान साधा है। गौरतलब है कि सोनिया गांधी इटली देश से हैं और सोनिया-राहुल के पास इटली देश की नागरिकता भी है।