घर पर पीपल का पेड़ उग आये तो काटने से पहले ज़रूर कर लीजिये यह काम, वर्ना लगता है दोष
पीपल के पेड़ को शुभ पेड़ माना जाता है और इस पेड़ पर देवी-देवताओं का वास होता है। जिसकी वजह से इस पेड़ की पूजा भी की जाती है। शास्त्रों के अनुसार पीपल के पेड़ की पूजा करने से और इसपर जल अर्पित करने से जीवन की तमाम परेशानियों को नष्ट किया जा सकता है। पीपल का पेड़ बेहद ही विशाल होता है और ये पेड़ कहीं भी उग जाता है।
सेहत के लिए होता है हानिकारक
विज्ञान में इस पेड़ को सेहत के लिए हानिकारण माना गया है। दरअसल ये पेड़ खूब ऑक्सीजन छोड़ता है। लेकिन ये पूरे दिन में दो घंटे के लिए बहुत अधिक कार्बन डाईऑक्साइड भी छोड़ता है। जो कि सेहत के लिए हानिकारक होती है। यही वजह है कि लोग इस पेड़ को घर के पास लगाने से बचते हैं।
केवल इस दौरान ही करनी चाहिए पूजा
पुराणों में पीपल के पेड़ का उल्लेख करते हुए लिखा गया है कि ये दव्य पेड़ है और इसकी पूजा जरूर करनी चाहिए। इस पेड़ की पूजा करने का सबसे सही समय केवल सुबह और दोपहर का ही होता है। रात के समय इस पेड़ के पास नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र में ये भी कहा गया है कि पीपल के पेड़ को घर में उगना अशुभ होता है। घर पर या घर के बाहर पीपल का पेड़ होने पर उसे उखाड़ देना चाहिए। साथ में ही कभी भी अपने घर पर पीपल के पेड़ की छाया ना पड़ने दें। वहीं घर के पास ये पेड़ होने से क्या नुकसान आपको पहुंचता है उसकी जानकारी इस तरह से है।
घर के पास पीपल के पेड़ के होने के नुकसान
- घर पर अगर पीपल के वृक्ष की छाया पड़े। तो इसका सीधा असर घर में रहने वाले लोगों के जीवन पर पड़ता है और परिवार के सदस्यों की तरक्की रुक जाती है।
- घर के पास ये पेड़ होने से घर में आर्थिक संकट मंडराने लग जाता है।
- जिन लोगों के घर के पास पीपल का पेड़ होता है या पेड़ की छाया घर पर पड़ती है। उन लोगों का वंश आगे नहीं बढ़ता। इस स्थिति में रविवार के दिन आप पीपल के पेड़ की पूजा करके उसे कटवा दें।
- घर की पूर्व दिशा में पीपल का पेड़ होन पर घर के लोगों में भय पैदा होता है।
घर से कैसे हटाएं पीपल का पौधा
पीपल के पौधे की पूजा की जाती है। इसलिए लोग इस पेड़ को काटने से डरते हैं। क्योंकि इस पेड़ को काटने से पाप चढ़ जाता है। वास्तु शास्त्र में पीपल के पौधे को घर से हटाने का सही तरीका बताया गया है।
पूजा करने के बाद काटे पेड़
पीपल के पेड़ को काटने से पहले उसकी पूजा 45 दिनों तक करें। 45 दिन तक पूजा करने के बाद ही पेड़ को काटें। 45 दिनों तक पेड़ पर कच्चा दूध भी चढ़ाएं। इसके बाद पीपल के पौधे को जड़ सहित उखाड़ कर किसी दूसरे स्थान या फिर किसी गमले में लगा कर किसी मंदिर में रखवा दें। याद रखें की अगर बिना पूजा किए पीपल का पेड़ कटवाया जाता है तो पितरों को कष्ट होता है।
कर सकते हैं व्रत
शास्त्रों में ‘पीपल प्रदाषिणा व्रत’ का उल्लेख भी किया गया है। इसलिए ये पेड़ कटवाने से पहले आप ‘पीपल प्रदाषिणा व्रत’ भी कर सकते हैं। ये व्रत करने से पेड़ कटवाने का दोष नहीं लगता है। याद रखें कि इस पेड़ पर भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश वास होता है इसलिए इस पेड़ को काटने से पहले भगवान से माफी जरूर मांगे।