रोजाना सुबह नहाते वक्त बस 5 बार करें इस मंत्र का जाप, सारी परेशानियां हो जाएंगी छू-मंतर
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार मनुष्य का शरीर पंच तत्वों (वायु, अग्नि, पृथ्वी, जल और आकाश) से मिलकर बना है। किंतु इन 5 तत्वों में भी सबसे महत्वपूर्ण तत्व है, जल। जल के बिना जीवन संभव नहीं है, इसलिए जल को धर्मग्रंथों में भी अधिक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। जल की जरूरत हमें नित्यकर्म, स्नान, ध्यान, भोजन हर चीज में पड़ती है।
हिंदू धर्म में ऐसी कोई पूजा नहीं है, जो बिना जल के संपन्न हो सके। हिंदू धर्म में की जाने वाली हर पूजा पाठ आदि में लोटे में जल जरूर रखा जाता है। पूजा के दौरान लोटे में जल न रखने को अशुभ माना जाता है। धर्मग्रंथों और शास्त्रों के अनुसार वरूणदेव जल के स्वामी हैं। वैसे तो प्रथमपूज्य श्रीगणेश को भी जल का देवता कहा जाता है।
ऐसे में अगर आप वरूणदेव और श्रीगणेश को खुश रखना चाहते हैं, तो पानी से जुड़े कुछ उपाय आपको जरूर करने चाहिए। ये उपाय कोई और नहीं बल्कि ज्योतिषशास्त्रियों ने बताया है। आइये जानते हैं, आखिर कौन से हैं ये उपाय।
रोज सुबह स्नान से पहले नीचे लिखे मंत्र को 5 बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस मंत्र के जाप से वरूण देवता तो खुश रहते ही हैं, साथ ही आपका शरीर भी निरोगी रहता है। और आपके सारे दुर्भाग्य दूर होते हैं।
मंत्र – ऊं ह्रों वरुण देवताय नम:
पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं और शनि दोष दूर करें
अगर आपको शनि से जुड़े दोष अपने जीवन से मिटाने हैं, तो तांबे के एक लोटे में पानी भरकर उसमें कुछ बूंद सरसों का तेल मिला दें और उसमें थोड़े नीले फूल डाल दें। इसके बाद इस पानी को पीपल के वृक्ष पर अर्पित कर दें। इस उपाय से भी शनि दोष दूर होता है, साथ ही परेशानियों से निजात पाया जा सकता है। और जीवन में होने वाली कठिनाइयां दूर हो सकती हैं।
चल चढ़ाकर मांगलिक दोषों को कम करें
यदि आप मांगलिक हैं, तो एक लोटे में पानी भर लें और उसमें चंदन, तुलसी, दूध और शहद मिला दें। अब इसे किसी फलदार वृक्ष पर चढ़ा दें। ऐसा करने से मांगलिक दोषों में कमी आती है और आपके जीवन से कठिनाइयां भी दूर हो सकती हैं।
ज्योतिष शास्त्रों और धर्मग्रंथों के पंडितों के अनुसार शिवलिंग पर अर्पित किए गए जल को अपने शरीर पर छिड़कने से जीवन में होने वाली कठिनाईयां दूर होती हैं। इसके अलावा राहु और केतु से जुड़े दोषों का भी निवारण होता है। जानकारों का कहना है कि किसी शिव मंदिर पर जाकर शिवलिंग पर पानी अर्पित करें और फिर अर्पित कए गए जल को थोड़ा सा अपने शरीर पर छिड़क लें। इससे कई लाभ होते हैं।
हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार हर व्यक्ति को सुबह स्नान के बाद भगवान सूर्य को जल का अर्घ्य जरूर देना चाहिए। क्योंकि भगवान सूर्य के कारण ही हमारा जीवन प्रकाशमय होता है, इसलिए उन्हें जल अवश्य चढ़ाना चाहिए। ज्योतिष के जानाकारों के अनुसार रोज सुबह सूर्य देवता को जल अर्पित करने से चेहरे की चमक बढ़ती और आत्मविश्वसा में इजाफा होता है। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होने से जीवन में सफलताएं भी मिलने लगती हैं।