हिंसक झड़प में चीन को हुआ काफी नुकसान, मारे गए 40 से ज्यादा सैनिक, सीमा पर आई कई सारी एम्बुलेंस
गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में चीन को भारी नुकसान हुआ है और चीन के 40 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। हालांकि अभी तक चीन की और से इस चीज की कोई पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन सूत्रों के हवालों से कहा जा रहा है कि इस हिंसक झड़प में चीन का एक कमांडिंग अफसर मारा गया है, जो कि झड़प की अगुवाई कर रहा था।
चीनी सीमा पर आई कई सारी एम्बुलेंस
चीन के साथ सोमवार देर रात हुई इस हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहद हुए हैं। जबकि कई सारे जवान घायल भी बताए जा रहे हैं। वहीं जो हालात इस समय चीन बॉर्डर पर बनें हुए हैं। उसको देखते हुए ये अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हिंसक झड़प में चीन को भारी नुकसान हुआ है। दरअसल चीन बॉर्डर में स्ट्रेचर और कई सारी एम्बुलेंस देखी गई हैं। जिसमें घायल-मृत सैनिकों को ले जाया जा रहा है। इतना ही नहीं सीमा में हेलिकॉप्टर की हलचल काफी हो रही है और इन हेलिकॉप्टरों से भी सैनिकों को ले जाया जा रहा है।
चीन ने नहीं बताया की कितने सैनिक मरे
चीन के कितने सैनिक इस हिंसक झड़प में मारे गए हैं। चीन की और से इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है। लेकिन मंगलवार को चीन के समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स की और से कहा गया था कि इस झड़प में चीन को नुकसान हुआ है। लेकिन बाद में चीनी विदेश मंत्रालय ने कोई संख्या नहीं दी और अभी तक कितने सैनिक चीन के मरे हैं ये बताने से इंकार कर दिया है।
चीन ने किया था पहला वार
भारत सेना ने इस झड़प के बारे में जानकारी देते हुए पहले कहा था कि इस झड़प में भारत के 3 सैनिक शहीद हुए हैं। हालांकि बाद में इनकी संख्या 20 हो गई। भारतीय सेना के अनुसार चीनी सैनिकों की तरफ से सबसे पहला हमला किया गया था। सोमवार की शाम को भारतीय सेना के ऑफिसर संतोष बाबू टीम के साथ गलवान वैली में पीपी-14 पहुंचे। जहां से चीनी सैनिकों को पीछे हटना था। इस जगह पर तब 10-12 चीनी सैनिक थे। वहीं कुछ देर बाद अचानक बहुत से सैनिक आए और भारतीय ऑफिसर और उनके दो जवानों पर पत्थरों और लोहे की रॉड से हमला करना शुरू कर दिया। जिसके बाद भारतीय सैनिकों ने इसका जवाब दिया और भारी संख्या में भारतीय सैनिक भी उस पॉइंट पर पहुंचे और ये झड़प करीब 3 घंटे चलती रही।
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच मई महीने से लद्दाख में तनाव चल रहा था। इस तनाव को खत्म करने के लिए दोनों देशों के बीच समझौता भी हुआ था। जिसके तहत चीन को मौजूदा जगह से पीछे हटना था। वहीं इस समझौत के बाद सैनिकों ने पीछे हटना भी शुरू कर दिया था। लेकिन इसी प्रक्रिया के दौरान चीन ने भारतीय सेना के साथ हिंसक झड़प शुरू कर दी। जिसका जवाब भारतीय जवानों ने भी दिया। इस झड़प में भारत के कमांडिंग अफसर समेत कुल 20 जवान शहीद हो गए।
हाई अलर्ट पर है सेना
बढ़ते तनाव के बीच LAC पर हाई अलर्ट कर दिया गया है और हिमाचल के किन्नौर, लाहौल स्पीति, उत्तराखंड के चमोली, पिथौरागढ़, सिक्किम और अरुणाचल में सेना को पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है। इसके अलावा उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी भारत के हर एयरबेस को हर आपातस्थिति में तैयार रहने का आदेश दिया गया है। साथ में ही नौसेना के जहाज भी तैयार हैं और समुद्र में गश्त तेज कर दी गई है।