100 करोड़ रुपए में बनकर तैयार होगा राम जी का भव्य मंदिर, देखें मंदिर के डिजाइन की फोटों
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य कुछ ही समय में शुरू होने वाला है और इस जगह पर राम जी का भव्य मंदिर कुछ ही सालों में बनकर तैयार हो जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के प्रवक्ता महंत कमल नयन दास ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही भूमि पूजन होगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ये भूमि पूजन किया जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद द्वारा तैयार किया गया है मंदिर का मॉडल
राम मंदिर का मॉडल विश्व हिंदू परिषद द्वारा प्रस्तावित किया गया है। महंत कमल नयन दास के अनुसार मंदिर का निर्माण उसी मॉडल के आधार पर होगा जो विश्व हिंदू परिषद ने दिया है। नयन दास के मुताबिक कोशिश रहेगी की साल 2022 की रामनवमी भगवान राम वहीं मनाएं। मंदिर बनाने के लिए पत्थर तैयार हैं और उन्हीं का निर्माण में उपयोग किया जाएगा।
ऐसा होगा राम मंदिर
राम जन्मभूमि मंदिर का मॉडल चंद्रकांत सोमपुरा ने डिजाइन किया गया है। नक्शे के तहत मंदिर की लंबाई 270 फुट, चौड़ाई 135 फुट और ऊंचाई 125 फुट होगी। हर मंजिल पर 106 खम्भे लगाए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा ने 1987 में विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल के कहने पर राम मंदिर का मॉडल तैयार किया था।
राम मंदिर 2 मंजिला का होगा। पहली मंजिल पर खम्भे की लम्बाई 16.5 फुट होगी और दूसरी मंजिल पर खम्भे की लंबाई 14.5 फुट प्रस्तावित की गई है। प्रत्येक मंजिल 185 बीम पर टिकी होगी।
मंदिर में कुल 221 स्तंभ होंगे जिनपर हर देवी देवताओं की आकृतियां होंगी। मंदिर में संतों के निवास, कर्मचारी आवास और भोजनालय भी बनाया जाएगा।
मंदिर निर्माण के लिए 1.75 लाख घन फुट पत्थर लगेगा। मंदिर में संगमरमर का फ्रेम और लकड़ी के दरवाजे होंगे।
मंदिर में पांच प्रवेशद्वार होगे जो कि सिंह द्वार, नृत्य मंडप, रंग मंडप, पूजा-कक्ष और गर्भगृह होंगे। रामलला की मूर्ति निचले तल पर विराजमान होगी। खास बात ये है कि मंदिर को बनाने के लिए लोहे का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोमपुरा ने मंदिर का डिजाइन तैयार किया है और इनके अनुसार राम मंदिर पर 6 तरह के डिजाइन पर काम किया गया था और इस मंदिर को अब नागर शैली के मॉडल से बनाया जाएगा।
मंदिर के डिजाइन का 50% काम पूरा हो चुका है और अब बस इसकी गुम्बद का डिजाइन बचा है। इस मंदिर को बनाने में 2 से तीन साल का समय लग जाएगा। उम्मीद है कि ये मंदिर साल 2022 तक तैयार हो जाएगा। ये मंदिर बनाने में 100 करोड़ रुपए का खर्च आने वाला है।
कोरोना की वजह से रोका था काम
कोरोना वायरस के चलते देश में लॉकडाउन लगा हुआ था और इस लॉकडाउन के कारण मंदिर का निर्माण कार्य रोक दिया गया था। महंत कमल नयन दास के अनुसार अगर ये महामारी नहीं आती तो अब तक पीएम मोदी भूमि पूजन कर चुके होते। हम चाहते हैं कि ये काम जल्द शुरू हो जाए। हमने पूरी तैयारियां कर ली है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर, 2019 को राम मंदिर के निर्माण की इजाजत दे दी थी और हाल ही के महीनों में ये कार्य शुरू किया जाना था। लेकिन कोरोना के कारण ऐसा हो नहीं सका। वहीं अब लॉकडाउन खत्म हो गया है। जिसके बाद राम मंदिर बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा।