2 साल तक गर्भ में रखने के बाद हथिनी देती है बच्चे को जन्म, जानें क्या है इसकी वजह?
कुछ दिनों पहले केरल में एक हथिनी की निर्मम हत्या के बाद पूरा देश हिल गया है। देशभर में हथिनी के हत्यारों को सजा देने के लिए आवाज उठ रही है। जिस हथिनी की मौत हुई है, वह गर्भवती थी। जल्द ही वह एक बच्चे की मां बनने वाली थी। कुछ शरारती लोगों ने इस हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिला दिया था। यह अनानास इस हथिनी के मुंह में ही फट गया था। तीन दिनों तक यह हथिनी इसकी वजह से तड़पती रही थी। इसके बाद न केवल इस हथिनी ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया था, बल्कि पेट में पल रहा उसका बच्चा भी मारा गया। इसके बाद से देशभर में इस हथिनी को इंसाफ दिलाने के लिए आवाज उठती नजर आ रही है।
लग जाता है इतना लंबा वक्त
वैज्ञानिकों को इसी क्रम में हथिनियों के इतने लंबे गर्भावस्था के बारे में कई महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है। हथिनी के गर्भ में उसका बच्चा लगभग 2 वर्षों तक रहता है। देखा जाए तो हथिनी इकलौती ऐसी जानवर है, जिसके मां बनने में इतना लंबा वक्त लग जाता है।
प्रॉसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसायटी में रिसर्च इस बारे में हाल ही में प्रकाशित किया गया है। इस रिसर्च में यह बताया गया है कि हाथी बहुत ही सामाजिक स्तनपाई जीव होते हैं। ये बड़े ही बुद्धिमान भी होते हैं। इनके गर्भधारण का समय 680 दिनों का होता है, जो कि लगभग 2 वर्षों के बराबर है।
क्या पता चला रिसर्च में?
इस रिसर्च में यह बताया गया है कि गर्भावस्था जो हथिनियों का होता है, उसके पीछे कौन-सा जैवविज्ञान काम करता है, इसे अभी तक समझा नहीं जा सका था। ऐसे में वैज्ञानिकों को अब कुछ ऐसे उपकरण हासिल हो गए हैं, जिनके माध्यम से हथिनियों की गर्भावस्था के बारे में वे विस्तार से जानकारी हासिल कर सकते हैं।
ऐसे किया गया रिसर्च
इस शोध को करने के दौरान कई देशों के चिड़ियाघरों में रखे गए अफ्रीका और एशिया के 17 हथिनियों का काफी समय तक अध्ययन किया गया है। इसमें यह जानकारी सामने आई है कि अंडोत्सर्ग यानी कि ओवुलेशन का एक विशेष चक्र हाथियों में होता है। इस शोध से जुड़े शोधकर्ता डॉ ल्यूडर्स ने कहा है कि हार्मोन की प्रक्रिया के कारण हथिनियों में गर्भावस्था इतनी लंबी होती है। अन्य किसी भी जानवर की प्रजाति में ऐसा नहीं देखने को मिलता है।
विलुप्त होने का खतरा
इस रिसर्च से जुड़े हुए एक वैज्ञानिक ने बताया है कि 22 महीने का गर्भावस्था का हथिनियों में समय वास्तव में बहुत ही लंबा होता है। दो बच्चों की पैदाइश के बीच का जो समय हथिनियों में होता है, वह करीब चार से पांच वर्षों का होता है। इतना लंबा अंतर होने की वजह से इनकी पीढ़ियों के बीच भी बड़ा अंतर कई बार आ जाता है। शोध से जुड़े वैज्ञानिक का यह भी कहना है कि इसके कारण हाथियों की कई प्रजातियों के विलुप्त हो जाने का खतरा भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
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