पुलिस का दिखा मानवता का रूप, बिन मां की बेटी की शादी का उठाया पूरा खर्च, मामा बन किया कन्यादान
एक और कोरोना वायरस की वजह से देश भर में लॉक डाउन चल रहा है, जिसकी वजह से सभी कामकाज रुक गए हैं, सभी पुलिसकर्मी संकट के माहौल में अपना-अपना फर्ज निभा रहे हैं और लोगों की पूरी सहायता कर रहे हैं, इसी बीच हमेशा ही आक्रमण के रूप में नजर आने वाली पुलिस का मानवता का चेहरा सामने आया है, जी हां, देवास पुलिस ने एक बिन मां की बेटी के हाथ पीले कराये हैं, मध्यप्रदेश के देवास में पुलिस ने बिन मां की बच्ची का कन्यादान करके इंसानियत की नई मिसाल पेश की है।
लॉक डाउन की वजह से लड़की के पिता की चली गई नौकरी
आपको बता दें कि लड़की के पिता फूलचंद रसूलपुर में रहते हैं और उनकी पत्नी का कुछ वर्षों पहले ही निधन हो गया था, इनकी बेटी जिसका नाम कविता है, वह बड़ी हो गई थी, मां के जाने के बाद कविता की सारी जिम्मेदारी पिता फूलचंद पर आ गई थी, कविता की उम्र शादी की होने पर पिता के मन में चिंता उत्पन्न होने लगी, वह यही सोचते थे कि आखिर बेटी की शादी किस प्रकार होगी, त्रिलोक नगर में रहने वाले देवकरण के पुत्र जितेंद्र के साथ कविता का रिश्ता तय हो गया था और तैयारियां भी लगभग आरंभ कर दी गई थी, परंतु लड़की के पिता फूलचंद की नौकरी देशभर में लॉक डाउन होने की वजह से चली गई थी, फूलचंद एक कंपनी में ठेकेदारी का कार्य किया करते थे, नौकरी जाने के बाद उनके सामने बहुत बड़ी चुनौती आ गई, सबसे बड़ी चुनौती अपनी बेटी की शादी की थी, वह चिंता में डूबे रहते थे कि आखिर मेरी बेटी की शादी कैसे होगी? सभी चीजों का इंतजाम कैसे किया जाएगा? नौकरी ना होने की वजह से कर्ज लेने के अलावा उनके पास और कोई भी रास्ता नजर नहीं आ रहा था, इनकी चिंता दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही थी।
देवास पुलिस की पाठशाला से मिली मदद
नौकरी जाने के बाद लड़की के पिता फूलचंद के पास बिल्कुल भी पैसे नहीं थे, उनकी आर्थिक स्थिति दिन पर दिन काफी खराब होती जा रही थी, ऐसे हालातों में पिता फूलचंद बहुत ही परेशान रहने लगे, इनकी सबसे बड़ी चिंता लड़की के हाथ पीले करने की थी, जब फूलचंद कर्ज लेने के लिए यहां-वहां भटक रहे थे तब इसी दौरान लोगों की सहायता के लिए देवास पुलिस द्वारा चलाई जा रही पुलिस की पाठशाला के बारे में इनको पता लगा, तब यह तुरंत ही पुलिस की पाठशाला में पहुंच गए, तब इन्होंने अपनी सारी परेशानी देवास पुलिस को बताई, पुलिस को जब पूरा मामला पता चला तो वहां के बड़े अधिकारियों ने इनकी पूरी सहायता करने का आश्वासन दिया।
देवास पुलिस ने बिन मां की बेटी का किया कन्यादान
देवास पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की सहायता से कविता की शादी का सारा इंतजाम किया गया, पुलिस ने कविता की शादी को कराने की जिम्मेदारी खुद उठाई, इतना ही नहीं बल्कि पुलिस ने ही बेटी का कन्यादान किया था, शादी में जो भी खर्चा आया वह सब पुलिस ने उठाया था, दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद देकर इनको उपहार भी दिए थे, पिता फूलचंद ने अपनी बेटी कविता को हंसी-खुशी विदा किया।