कैलाश मानसरोवर में साक्षात महादेव है विराजमान, लेकिन इससे जुड़े ये रहस्य नहीं जानते होंगे आप
अगर हम हिंदुओं के प्रमुख तीर्थ स्थलों में की बात करें तो कैलाश मानसरोवर का नाम जरूर आता है, ऐसा बताया जाता है कि मानसरोवर के पास स्थित कैलाश पर्वत पर देवों के देव महादेव साक्षात विराजमान है, यह हिंदुओं का प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है, जैसे ही लोगों के मन में कैलाश मानसरोवर का ख्याल आता है या फिर किसी के मुंह से इसका नाम सुनते हैं तो वह भोले बाबा के दर्शन करने के लिए बेताब हो जाते हैं, यह वह पवित्र स्थान है जिसको भगवान शिव जी का धाम मानकर लोग पूजा करते हैं, मानसरोवर एक संस्कृत शब्द है जो मानस तथा सरोवर से मिलकर बना है, अगर हम इसका शाब्दिक अर्थ जाने तो मन का सरोवर इसका शाब्दिक मतलब है।
कैलाश मानसरोवर की यात्रा में हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु शिव जी के दर्शन करने के लिए आते हैं, यहां पर जो भी श्रद्धालु भगवान शिव जी के दर्शन करने के लिए आता है वह दो रास्ते उत्तराखंड और दूसरा चीन से होकर गुजरता है, इन रास्तों से होकर श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर में भगवान शंकर जी के दर्शन करते हैं, आज हम आपको कैलाश मानसरोवर से जुड़े हुए कुछ रहस्य बताने वाले हैं, जिनके बारे में शायद ही कोई व्यक्ति होगा जिनको जानकारी होगी।
चलिए जानते हैं कैलाश मानसरोवर से जुड़े हुए रहस्य
- महादेव का धाम कैलाश मानसरोवर माना गया है, अगर हम कैलाश पर्वत की समुद्र की सतह से ऊंचाई की बात करें तो यह 22068 फुट की ऊंचाई पर शिव जी का धाम है, यह हिमालय से उतरी क्षेत्र में तिब्बत में होने की वजह से कैलाश चीन के अंतर्गत आता है, यह बौद्ध धर्म, जैन धर्म और हिंदू धर्म का आध्यात्मिक केंद्र बना हुआ है।
- कैलाश मानसरोवर को धर्म का पवित्र स्थल इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि सिख धर्म मान्यता अनुसार गुरु नानक जी ने यहां पर कुछ दिन रुक कर ध्यान किया था।
- अगर हम वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो ऐसा बताया जाता है कि भारतीय उपमहाद्वीप के चारों तरफ पहले समुंद्र हुआ करता था, रशिया से टकराने की वजह से ही हिमालय का निर्माण हुआ था, यह घटना कई करोड़ों वर्ष पहले की बताई जाती है, कैलाश पर्वत को स्वयंभू माना गया है।
- कैलाश मानसरोवर भगवान शिव जी की नगरी के साथ-साथ कुबेर देवता की भी नगरी बताई जाती है, ऐसा माना जाता है कि यहीं से महा विष्णु के करकमलों से निकलकर गंगा कैलाश पर्वत की चोटी पर गिरती है, इतना ही नहीं ऐसा भी बताया जाता है कि जो व्यक्ति कैलाश के दर्शन करता है उसको मोक्ष मिल जाता है।
- जो श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर में दर्शन करने के लिए आता है उसको ऊं की ध्वनि सुनाई देती है।
- मान्यता अनुसार कैलाश मानसरोवर के बीचो बीच चमत्कारिक कल्पवृक्ष स्थित है, जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि इसके फल में सभी प्रकार की शारीरिक और मानसिक बीमारियों के इलाज की शक्ति है।
- कैलाश के ऊपर स्वर्ग लोक और नीचे की तरफ मृत्यु लोक बताया जाता है।
- कैलाश पर्वत की चारों दिशाओं में अलग-अलग जानवरों के मुख दिखाई देते हैं और चारों मुख से नदिया बहती रहती है।