सुलझा सबसे बड़ा सवाल! आखिर क्यों एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते?
फिल्मों का एक बहुत ही फेमस डायलॉग है- एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते. हालांकि, ये बातें सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं हैं. आम जीवन में भी यंगस्टर इस डायलॉग का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हैं. सच कहूं, तो हिंदी सिनेमा की रोमांटिक फिल्में इसी सूत्र वाक्य के इर्द-गिर्द घूमती नजर आती हैं. हालांकि आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं, जो इस डायलॉग को सिर्फ फिल्मी डायलॉग ही मानते हैं. लोग इसे वास्तविक जीवन में सही नहीं मानते.
क्यों एक लड़का और लड़की एक अच्छे दोस्त नहीं हो सकते:
मगर आपको ये जानकर हैरानी होगी कि एक रिसर्च में इस बात का दावा किया गया है कि सच में एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते. अगर आप अब भी विश्वास नहीं कर रहे हैं, तो इस शोध पर जरा गौर फरमाएं.
दरअसल, पिछले दिनों अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉसिन में इस विषय पर एक व्यापक शोध किया गया, जिसमें ऐसे कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
क्या कहता हैं ये शोध:
खबरों के मुताबिक, इस शोध के लिए करीब 88 दोस्तों की जोड़ियों को बुलाया गया था. सभी जोड़ियों में एक लड़का और एक लड़की शामिल थे. इन जोड़ियों में उनके दोस्तों से अलग ले जाकर अकेले में कुछ सवाल-जवाब किये गए. इन सवालों में मुख्य रूप से उनके दोस्तों के प्रति उनकी प्रेम की भावनाओं को विशेष रूप से शामिल किया गया था.
पुरुषों की सोच महिलाओं से अलग होती है:
इस शोध में ये बात सामने आई कि अधिकतर लड़कियां अपने पुरुष मित्र की तरफ दोस्ती की भावना रखती हैं. वे हमेशा अपने पुरुष मित्र में एक अच्छे दोस्त को ढूंढती हैं. इस शोध में यह भी पाया गया कि लड़कियां अपने दोस्त के प्रति प्रेम की भावना से अधिक दोस्ती की भावना को प्राथमिकता देती हैं.
महिलाएं दोस्ती को तो पुरुष प्यार को प्राथमिकता देते हैं:
हालांकि इसी शोध में पुरुषों के विचार महिलाओं के विचार से काफी अलग थे. लड़कियां रिश्ते के बारे में जैसा सोचती हैं, पुरुष वैसा कतई नहीं सोचते. अधिकतर पुरुष अपनी महिला मित्र के प्रति प्रेम की भावना रखते हैं. वे महिलाओं में एक अच्छी दोस्त कम और प्यार ज्यादा देखते हैं. अधिकतर पुरुषों ने अपनी महिला मित्र के प्रति प्रेम की भावना का इजहार किया. साथ ही ज्यादातर पुरुषों का ये मनना था कि वे अपनी महिला मित्र में एक प्रेमिका की तलाश करते हैं.
लड़का-लड़की में दोस्ती कम और प्रेम की भावना अधिक होती है:
कुल मिलाकर इस शोध में ये देखा गया है कि पुरुषों के विचार दोस्ती की भावना से उलट प्रेम की भावना के इर्द-गिर्द ज्यादा घूमता है. हालांकि इस मामले में महिलाएं संयमित नजर आईं. मगर इस शोध से एक बात जरूर स्पष्ट होती है कि पुरुषों और महिलाओं के विचार अपने विपरीत लिंग वाले मित्र के लिए बिल्कुल ही अलग-अलग होते हैं.
इसलिए दोस्तों इस शोध ने एक बार फिर साबित कर ही दिया है कि एक लड़का और एक लड़की कभी दोस्त नहीं हो सकते. हालांकि इससे ज्यादा और कुछ तो हो ही सकते हैं.