योगी आदित्यनाथ ने इस तरह दिलाया इंसाफ जब उनके दरबार में पहुंचा एक रोता हुआ बच्चा, जानें पूरी कहानी!
उत्तर प्रदेश के नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बन चुके हैं। आज से नहीं बल्कि बहुत पहले से ही वह जनता की समस्याओं का समाधान गोरखपुर के गोरखधाम मठ में दरबार लगाकर किया करते थे। वह वहां बैठकर जनता की समस्याओं को सुनते थे और पूरी कोशिश करते थे कि जनता की समस्याओं का हल निकाल सकें। योगी को जनता की समस्याओं को दूर करके खुशी होती है। आज हम आपको योगी के ऐसे ही एक इंसाफ की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसमें एक बच्चा उनके दरबार में मायूस होकर पहुंचा था, लेकिन जब वह वापस आया तो उसके मुंह पर मुस्कान थी।
कोई नहीं समझ पाया आखिर क्यों रो रहा है बच्चा:
यह घटना ज्यादा पुरानी नहीं है। 2015 का साल था, उस समय योगी गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में बैठकर जनता की समस्याओं को सुन रहे थे। उसी समय उनके दरबार में एक 9 साल का बच्चा हाथ में रैकेट और शटल लेकर रोता हुआ पहुंचा। बच्चे को देखकर सभी हैरान हो गए। लोग समझ ही नहीं पा रहे थे कि आखिर बच्चा किस वजह से रो रहा है। योगी यह देखकर उस बच्चे को अपने पास बुलाते हैं और उससे उसके रोने की वजह पूछते हैं। योगी ने जब बच्चे से पूछा तो बच्चे ने बताया कि वह रामलीला मैदान के पास रहता है।
पुलिस वालों के कहने पर मैं आया यहां:
बच्चे ने आगे बताया कि मेरी मां ने मुझे 90 रूपये दिए और सामान लाने के लिए भेजा था। लेकिन एक दुकान पर रैकेट और शटल देखकर मैंने वो खरीद लिया। जब मैं घर गया तो मेरी मां ने मुझे बहुत डांटा और पैसे वापस लाने के लिए कहा। जब मैं दुकानदार के पास वापस करके पैसे मांगने गया तो उसने मुझे भगा दिया। उसके बाद मैं पुलिस से भी सहायता मांगने के लिए गया था। उन्होंने भी हंसते हुए मेरी बात टाल दी। पुलिस वालों ने ही मुझे योगी के दरबार में आने के लिए कहा था।
बच्चा हंसते हुए लौटा अपने घर:
बच्चे की पूरी बात सुनने के बाद योगी ने बच्चे की पीठ थपथपाई और कहा कि क्या तुम दूकानदार को सजा दिलाना चाहते हो? यह सुनकर बच्चे ने कहा नहीं बस मुझे मेरे 90 रूपये वापस चाहिए, ताकि मेरी मां खुश हो जाए। यह सुनकर योगी हंस दिए। उन्होंने बच्चे को अपने ऑफिस से 90 रूपये दिलवा दिए। बच्चा इसके बाद हंसते हुए अपने घर चला गया।