जून में लगने वाले हैं दो ग्रहण, इस दौरान भूलकर भी ना करें ये काम, वरना भुगतना होगा बुरा परिणाम
इस साल जून के महीने में चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) और सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) लगने वाले हैं और ये ग्रहण भारत में भी देखे जा सकेंगे। इस वर्ष 5 जून को सबसे पहले चंद्र ग्रहण लगने वाला है और 21 जून को सूर्य ग्रहण होने वाला है। वहीं अगले महीने यानी जुलाई में एक और ग्रहण लगने वाला है। यानी 5 जून से 5 जुलाई के मध्य में तीन ग्रहण लगने वाले हैं।
कहां देखें जा सकेंगे ये ग्रहण
जून के महीने में लगने वाले चंद्र ग्रहण को भारत, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा। वहीं सूर्य ग्रहण को भारत सहित दक्षिण-पूर्व यूरोप, हिन्द महासागर, प्रशांत महासागर, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका के प्रमुख हिस्सों में देखा जा सकता है। भारत में ये दोनों ग्रहण दिखने वाले हैं। इसलिए आपको इस दौरान खासा सावधान रहना होगा।
दरअसल शास्त्रों में ग्रहण लगने को शुभ नहीं माना जाता है और ग्रहण लगने के दौरान कई तरह के कार्य करना वर्जित माने गए हैं। इसलिए आप ग्रहण के दौरान नीचे बताए गए कार्यों को करने से बचें। क्योंकि इन कार्यों को ग्रहण के दौरान करने से आपके जीवन में परेशानियां खड़ी हो सकती हैं।
ना खाएं खाना
ग्रहण के दौरान खाना खाना वर्जित माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग ग्रहण के दौरान खाने का सेवन करते हैं उन लोगों की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। कई वैज्ञानिक शोधों में भी ये बात साबित हो चुकी है कि ग्रहण के समय मनुष्य की पाचन शक्ति बहुत शिथिल हो जाती है। जिसकी वजह से उसे खाना सही से नहीं पच पाता है। इसलिए आप ग्रहण के दौरान भोजन ना करें।
ग्रहण की छाया से बचें
ग्रहण के दौरान अपने घर के अंदर ही रहें और भूलकर भी घर से बाहर ना निकलें। क्योंकि शरीर पर ग्रहण की छाया पड़ना अशुभ होता है और ऐसा होने से शरीर को आसानी से बीमारियां लग जाती हैं। इसलिए ग्रहण आरंभ होने से लेकर जब तक वो समाप्त ना हो जाए तब तक आप घर से बाहर ना निकलें और ग्रहण की छाया अपने पर ना पड़ने दें। वैज्ञानिकों ने भी ये बात मानी है कि ग्रहण के दौरान निकलने वाली किरणें शरीर के लिए हानिकारक होती हैं।
ग्रहण के समय ना सोएं
ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना पड़ता है। शास्त्रों के अनुसार ग्रहण लगने पर गर्भवती महिलाओं को किसी भी प्रकार का काम नहीं करना चाहिए और ग्रहण के समय सोना भी नहीं चाहिए। ग्रहण के समय सोने से गर्भ में पल रहे शिशु पर बुरा असर पड़ता है।
पूजा-पाठ ना करें
ग्रहण के समय मंत्रों का जाप कर सकते हैं। लेकिन पूजा पाठ करने से बचें। ग्रहण के दौरान मंदिर को बंद रखा जाता है और भगवान की मूर्तियों को कपड़े से ढका जाता है। ताकि ग्रहण की किरणें भगवान पर ना पड़ें। साथ में ही इस दौरान पूजा करना भी वर्जित माना जाता है। इसलिए ग्रहण के समय पूजा ना करें और अपने मन में ही ईश्वर को याद करें। इसी तरह से ग्रहण के समय किसी शुभ कार्य की शुरूआत भी करने से बचें।