नीरव मोदी और कांग्रेस के बीच है गहरा कनेक्शन, नीरव के कार्यक्रम में शामिल हुए थे राहुल-रविशंकर
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज एक बड़ा बयान देते हुए कहा है कि कांग्रेस भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को बचाने की कोशिश कर रही है। अपनी इस बात को साबित करने के लिए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक फोटो भी शेयर की है जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी नीरव मोदी के साथ नजर आ रहे हैं। बीजेपी का आरोप है कि राहुल गांधी ने नीरव मोदी के एक कार्यक्रम में शिरकत की थी।
रविशंकर प्रसादकेंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की और से राहुल गांधी और नीरव मोदी की जो फोटो दिखाई गई है, वो साल 2013 की है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का कहना है कि राहुल गांधी 2013 में नीरव मोदी के एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
वहीं रिटायर्ड जस्टिस अभय थिप्से पर भी आरोप लगाते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि रिटायर्ड जस्टिस अभय थिप्से भी नीरव मोदी के समर्थन में आ गए हैं और वो कांग्रेस पार्टी के मेंबर हैं। इसके आधार पर ये कहा जा सकता है कि कांग्रेस पार्टी बार-बार नीरव मोदी को बचाने की कोशिश कर रही है।
दरअसल नीरव मोदी के प्रत्यर्पण केस को लेकर लंदन की एक अदालत में चल रही सुनवाई में पूर्व जज अभय थिप्से ने नीरव के पक्ष में गवाही दी थी और अब बीजेपी यही साबित कर रही है कि नीरव का कांग्रेस के साथ कनेक्शन है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए दी थी गवाही
थिप्से ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए गवाही दी थी। जिसमें थिप्से ने लंदन की अदालत में कहा था कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के नीरव पर लगाए गए आरोप भारतीय कानूनों के तहत नहीं टिक पाएंगे। जब तक किसी को धोखा नहीं दिया जाता है, तब तक भारतीय कानून के तहत यह कोई धोखा नहीं हो सकता।
थिप्से की इस गवाही को लेकर बीजेपी नेता और प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक बयान जारी किया था और अपने बयान में इन्होंने कहा था कि यहां भारत में राहुल गांधी नीरव मोदी को लेकर सरकार से सवाल पूछते हैं। वहीं दूसरी तरफ राहुल के खास एवं कांग्रेस के अभय थिप्से नीरव मोदी के पक्ष में गवाह बनते हैं। आखिर क्यों राहुल नहीं चाहते कि नीरव भारत आए। उस रात पार्टी में राहुल और नीरव में क्या लेन-देन हुई थी?
साल 2018 में हुए थे कांग्रेस में शामिल
मुंबई और इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज अभय थिप्से साल 2018 में कांग्रेस में शामिल हुए थे और ये कांग्रेस के नेता हैं। वहीं अब इन्होंने नीरव मोदी के पक्ष में गवाही दी है। ऐसे में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठ रहा है। क्योंकि एक तरफ कांग्रेस पार्टी केंद्रीय सरकार से लगातार ये मांग कर रही है कि वो नीरव मोदी को भारत जल्द से जल्द लाए। जबकि दूसरी और कांग्रेस पार्टी का ही सदस्य नीरव को पक्ष में बयान दे रहा है।
गौरतलब है कि नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ धोखाधड़ी करना का आरोप लगा है। इनपर LoUs (लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) के माध्यम से 6,498 करोड़ रुपए ऋण के तौर पर लेना का आरोप है। नीरव ने ये कर्ज वर्ष 2011 से 2017 तक लिया था और ये कर्ज पीएनबी के अधिकारियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी और साजिश करके हासिल किया गया था।