उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने वाली IAS अधिकारी ने कर्फ्यू हटते ही दिया इस्तीफा, कही ये बात…
रानी ने 17 अप्रैल को अपने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर की थी। जिसमें उन्होंने
हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर ने अपने इस्तीफे की पेशकश की है और एक पोस्ट के जरिए आईएएस रानी नागर ने इस बात की जानकारी लोगों को दी है। आईएएस रानी नागर ने अपने पोस्ट में लिखा है कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और ये इस्तीफा मुख्य सचिव को भेजा गया है। रानी नागर इस समय चंडीगढ़ में अपनी सेवाएं दे रही हैं और चंडीगढ़ से कर्फ्यू हटते ही इन्होंने इस्तीफा दिया है।
क्या लिखा फेसबुक पोस्ट पर
हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर ने अपने एक फेसबुक पोस्ट पर लिखा है कि मैं रानी नागर पुत्री श्री रतन सिंह नागर निवासी गाजियाबाद गांव बादलपुर तहसील दादरी जिला गौतमबुद्धनगर आप सभी को सूचित करना चाहती हूँ कि मैंने आज दिनांक 04 मई 2020 को आई. ए. एस. के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। मैं व मेरी बहन रीमा नागर माननीय सरकार से अनुमति लेकर चंडीगढ से अपने पैतृक शहर गाजियाबाद वापस जा रहे हैं। हम आपके आशीर्वाद व साथ के आभारी रहेंगे।
इस वजह से दिया इस्तीफा
बताया जा रहा है कि रानी ने अपनी और अपनी बहन रीमा की जान के खतरे के चलते अपने पद से इस्तीफा दिया है। रानी ने 17 अप्रैल को अपने फेसबुक पर एक वीडियो शेयर की थी। जिसमें उन्होंने जान के खतरे की बात कही थी। इस वीडियो में रानी ने कहा था कि उनकी जान को खतरा है और अगर उन्हें या उनकी बहन को कुछ हो जाता है। तो इस वीडियो को FIR के तौर पर इस्तेमाल किया जाए। वहीं इस वीडियो के बाद अब रानी ने इस्तीफा दे दिया है और अपने घर गाजियाबाद लौटने के लिए पास का आवेदन सरकार से किया है।
गाड़ी का किया गया इंतजाम
रानी का इस्तीफा देने के बाद इनके लिए हरियाणा सरकार की और से गाड़ी का इंतजाम किया गया है और ये अपनी बहन के साथ गाजियाबाद के लिए रवाना हो चुकी हैं। रानी ने अपने फेसबुक के जरिए ही इस बात की जानकारी दी और बताया कि वो अपने घर जाने के लिए रवाना हो गई हैं और गाड़ी के जरिए गाजियाबाद अपनी बहन के साथ जा रही हैं।
सुनील गुलाटी पर लगाया था उत्पीड़न का आरोप
रानी ने साल 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते हुए तत्कालीन एसीएस सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। ये मामला सीएम तक पहुंचा था। हालांकि गुलाटी ने इन आरोपों को खारिज किया था। और अपनी सफाई सरकार को दी थी। इसके अलावा रानी ने एक कैब ड्राइवर पर भी बदतमीजी का आरोप लगाया था।
आपको बता दें कि रानी 14 नवंबर 2018 से अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व 7 मार्च 2020 से निदेशक अर्काइव का जिम्मा संभाल रही थीं। ये अपनी बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस में किराए पर रहती थी और रानी का कहना है कि उन्हें और रीमा नागर की जान को खतरा है।
पहले भी बताया था जान को खतरा
रानी ने इससे पहले भी अपनी जान को खतरा बताया था और रानी जब डबवाली में एसडीएम थी तब इन्होंने कहा था कि इनकी जान को खतरा है। रानी ने इस चीज की शिकायत डीजीपी से भी की थी। वहीं अब जान का खतरा महसूस होने पर रानी ने अब इस्तीफा दे दिया है।