श्रमिक स्पेशल ट्रेन: जानिये क्या श्रमिक के दूसरे लोग भी कर सकते हैं सफर और क्या हैं इस के नियम
जानिये कहाँ से कहाँ तक चलेगी या ट्रेनें और इस का पूरा टाइम टेबल
कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों और छात्रों के लिए रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। अब रेलवे द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, लेकिन इन ट्रेनों में सफर करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार उन लोगों की लिस्ट तैयार कर रही है, जिन्हें वापस लाना है। इनमें प्रवासी मजदूरों के अलावा, छात्र, शैलानी और श्रद्धालु शामिल हैं। आज हम इस लेख के जरिए आपको श्रमिक स्पेशल ट्रेन के बारे में हर जानकारी बताएंगे, ताकि आपको कोई समस्या नहीं हो।
केंद्र सरकार ने उन लोगों को बड़ी राहत दी है, जो लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे थे। आपको बता दें कि ये ट्रेनें पॉइंट टू पॉइंट चलेंगी। यानी यह ट्रेनें बीच में कहीं भी नहीं रूकेंगी। दरअसल, ये ट्रेनें आम लोगों के लिए नहीं हैं, बल्कि सिर्फ उन्हीं लोगों के लिए है, जो दूसरे राज्यों में फंसे हैं।
ट्रेनें कहां से कहां तक चलेंगी?
जयपुर से पटना– जयपुर से पटना जाने वाले लोगों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई हैं। आपको बता दें कि ये ट्रेन जयपुर स्टेशन से शुरू होगी और सीधे पटना जाकर रूकेगी।
लिंगमपल्ली से हटिया- ये ट्रेन तेलंगाना के लिंगमपल्ली से शुरू होकर झारखंड के हटिया स्टेशन पर रूकेगी। आपको बता दें कि इन ट्रेनों का बीच में कोई स्टॉपेज नहीं होगा।
नासिक से लखनऊ– महाराष्ट्र के नासिक से चलकर उत्तर प्रदेश की लखनऊ में रूकेगी। महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश जाने वाले लोगों के लिए ये खास ट्रेन चलाई गई है।
नासिक से भोपाल– मध्यप्रदेश के मजदूरों के लिए भी महाराष्ट्र के नासिक से मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल तक ट्रेन चलेगी।
अलुवा से भुवनेश्वर– केरल राज्य के कोच्चि स्थित अलुवा स्टेशन से ओड़िशा के भुवनेश्वर तक ट्रेनें चलेंगी।
कोटा से हटिया- राजस्थान के कोटा से एक और ट्रेन चलेगी, यह कोटा से रवाना होकर झारखंड के हटिया पहुँचेगी।
कौन लोग कर सकेंगे सफर?
केंद्र ने ट्रेनों के संचालन को सशर्त छूट दी है। ये ट्रेनें आम लोगों के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ प्रवासियों के लिए चलाई जा रही हैं। मसलन, अगर आप जयपुर के निवासी हैं और इस समय पटना किसी काम के सिलसिले में जाना चाहते हैं, तो आप इन ट्रेनों में सफर नहीं कर पाएंगे। इसके विपरीत अगर आप पटना के रहने वाले हैं और लॉकडाउन की वजह से जयपुर में फंस गए हैं, तो इन ट्रेनों में आप सफर कर सकते हैं।
कैसे बुक करें ट्रेन?
इन ट्रेनों में सफर करने के लिए राज्य सरकारें लोगों की सूची बना रही है। इनमें प्रवासी मजदूरों के अलावा, शैलानी, विद्यार्थी और श्रद्धालुगण भी शामिल हैं। ऐसे लोग जो दूसरे राज्यों में फंस गए हैं, वो स्थानीय प्रशासन से संपर्क कर ट्रेन में सफर करने का आवेदन कर सकते हैं। उसके बाद नोडल अधिकारी रेलवे को लिस्ट सौंपेगें और फिर यदि आपको प्रशासन स्टेशन पर बुलाता है, तो ही आपको ट्रेन में सफर करने की अनुमति होगी।
मसलन अगर आप कोटा में फंस गए हैं, तो वहां के स्थानीय प्रशासन या कलेक्टर आदि को आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद अगर आपका आवेदन स्वीकृत होगा, तो आपको उस स्टेशन पर पहुँचना होगा, जहां से ट्रेनें चलेंगी। स्टेशन पहुँचने के लिए स्थानीय प्रशासन व्यवस्था करेगा। इसके अलावा टिकट की व्यवस्था भी स्टेशन पर ही होगी।
स्टेशन पहुँचने के बाद?
स्टेशन पहुँचते ही हर यात्री की स्क्रिनिंग अनिवार्य होगी। अगर स्क्रिनिंग में स्वस्थ नहीं पाए जाएंगे तो ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा यात्रियों को मास्क लगाना जरूरी होगा। बिना मास्क के स्टेशन के अंदर जाने नहीं दिया जाएगा। स्पेशल ट्रेन्स में एक बोगी में 72 की बजाय सिर्फ 54 लोगों के बैठने की इजाजत होगी। यानी सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
क्या ट्रेन में खाना मिलेगा?
लंबी यात्रा वाले ट्रेनों में खाने पीने की व्यवस्था की गई है। खाने पीने के लिए रेलवे सारे इंतजाम करेगा। जिस राज्य से ट्रेन चलेगी, वहां इन प्रवासियों के लिए खाने पीने की व्यवस्था की जाएगी। खाने की व्यवस्था स्टेशन पर ही होगी।
यात्रा खत्म होने के बाद?
यात्रा खत्म होते ही उस स्टेशन पर यात्रियों की दोबारा स्क्रिनिंग होगी। स्क्रिनिंग में अगर किसी यात्री में कोरोना के लक्षण दिखते हैं, तो उसे तुरंत क्वारंटीन किया जाएगा। अगर यात्री स्वस्थ हुए तो उन्हें घर जाने की इजाजत होगी।