ऋषि कपूर को याद करते हुए भावुक हो गए अमिताभ, ट्वीटर पर गाया गाना- वक्त ने किया क्या हसीं सितम..
बॉलीवुड के प्रतिभावान अभिनेता ऋषि कपूर 30 अप्रैल को इस दुनिया को अलविदा कह गए। उनके निधन की खबर ने अभी भी लोगों को सदमा दिया हुआ है। परिवार की आंखों में आंसू है तो फैंस यकीन नहीं कर पा रहे कि ऋषि अब इस दुनिया में नहीं रहे। ऋषि के जाने से बॉलीवुड की तमाम हस्तियां शोकाकुल हैं, लेकिन सदी के महानायक अमिताभ बच्चन बिल्कुल टूट चुके हैं। उनके निधन की जानकारी अमिताभ बच्चन ने ट्वीटर पर दी थी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा था कि वो चला गया और मैं टूट गया। आज अमिताभ बच्चन ने एक बार फिर ऋषि कपूर को याद किया है।
अमिताभ ने शेयर किया ऋषि के लिए गाना
अमिताभ बच्चन ने ट्वीटर पर एक वीडियो सॉन्ग शेयर किया है। ये गाना उनकी और ऋषि की फिल्म 102 नॉट आउट का है। ये अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की साथ में आखिरी फिल्म थी। इस फिल्म में ऋषि ने अमिताभ बच्चन के बेटे का किरदार निभाया था जिसे अमिताभ वृद्धा आश्रम भेजना चाहते हैं। फिल्म में दोनों की जुगलबंदी दर्शकों को काफी पसंद आई थी। अमिताभ ने उन्हीं पलों को याद करते हुए इस गाने को शेयर किया है। इसमें कुछ सीन्स भी नजर आ रहे है। इसे पोस्ट करते हुए अमिताभ ने कैप्शन में लिखा- वक्त ने किया क्या हसीं सितम…तुम रहे ना तुम..हम रहे ना हम…।
T 3517 – Waqt ne kiya kya haseen sitam .. Tum rahe na tum, Hum rahe na hum .. pic.twitter.com/JhDPneL3V8
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) May 1, 2020
अमिताभ और ऋषि कपूर ने कई फिल्मों में साथ काम किया था। इसमें 102 नॉट आउट, नसीब, अमर अकबर एंथोनी जैसी फिल्में शामिल हैं। अमिताभ बच्चन और ऋषि जब भी पर्दे पर आए दर्शकों ने उनकी जोड़ी को काफी पसंद किया। उन्हें याद करते हुए अमिताभ ने अपने ब्लॉग में लिखा, एक बार राज कपूर ने मुझे अपने घर बुलाया, तब वहां मैंने पहली बार एक युवा, उत्साह और शैतानी से भरे चिंटू को देखा था। मैंने ज्यादातर उन्हें आरके स्टूडियो में देखा था। वो अपनी फिल्म बॉबी की तैयारी कर रहे थे। वो एक ऐसे युवा कलाकार थे जो सबकुछ जानना और सीखना चाहते थे।
ऋषि के साथ अमिताभ ने किया था काम
बिग बी ने आगे लिखा था कि मैंने ऋषि के साथ कई फिल्मों में काम किया था। वो अपनी लाइन बोलते थे तो आप उनकी हर लाइन पर भरोसा करते थे। उसका दूसरा कोई विकल्प नहीं था। वो बिना किसी शक के महान थे। बॉलीवुड में गानों का लिप सिंक उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता था। उन्होंने कहा कि जब वो ऋषि को चलते देखते थे तो पता चलता था जैसे पृथ्वीराज कपूर चल रहे हैं। उनकी चाल बिल्कुल अपने दादा जैसी थी।
अमिताभ ने ऋषि के जाने का गम ट्वीटर पर शेयर किया था। उन्होंने लिखा था कि वो कभी भी ऋषि को अस्पताल में देखने के लिए नहीं गए। उन्होंने लिखा मैं कभी भी उनके हंसमुख चेहरे पर दर्द नहीं देख सकता था। मैं सोचता हूं कि जब वो गए होंगे तो एक जेंटल स्माइल के साथ गए होंगे। ऐसा कहा भी गया कि अंत समय में ऋषि मुस्कराते हुए ही इस दुनिया से गए। परिवार वालों ने भी फैंस से अपील की, ऋषि को आंसूओं के साथ नहीं बल्कि हंसी खुशी इस दुनिया से अलविदा करें। 30 अप्रैल को कम लोगों की मौजूदगी में ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार किया गया।