रनबीर की बातें करते हुए छलका था ऋषि कपूर का दर्द, कहा- वो मेरे जैसा बाप नहीं बनना चाहता….
ऋषि अपने बच्चों के करीब रहकर भी उनसे दूर रहे और शायद इस बात का उन्हें हमेशा गम भी रहा
ऋषि कपूर का नाम आज एक बार फिर से सबकी जुबां पर है, लेकिन इस बार ये नाम आंखों में आंसू भर कर लिया जा रहा है। हिंदी सिनेमा में अपनी अदाकारी से अहम योगदान देने वाले ऋषि कपूर अब इस दुनिया में नहीं है। 30 अप्रैल सुबह 5 बजकर 20 मिनट पर ऋषि कपूर का निधन हो गया। ऋषि हमेशा से ही बेबाक और बिंदास रहे। जितनी चर्चा उन्होंने अपने फिल्मों से पाई उतना ही बेबाकी से बातें रखने के लिए भी वो चर्चा में आए। जनवरी 2017 में ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी खुल्लम खुल्लाः ऋषि कपूर अनसेंसर्ड को लॉन्च किया था। इस किताब में उन्होंने जिंदगी से जुड़े कई दिलचस्प खुलासे किए थे। इस किताब के जरिए उन्होंने अपने बेटे रनबीर को लेकर भी एक चौंकाने वाला खुलासा किया था।
रनबीर से अपने रिश्ते पर ऋषि ने कही थी ये बात
बुक लॉन्च के मौके पर ऋषि कपूर ने इस किताब के बारे में कई बातें की थी। उन्होंने कहा था कि रनबीर कभी भी अपनी जिंदगी में मेरे जैसा पिता नहीं बनना चाहते हैं। इस बारे में बताते हुए ऋषि कपूर ने कहा था कि दरअसल जब रनबीर छोटा था तो मैं अपने काम में बिजी रहता था। उस समय मैं बहुत सी फिल्में कर रहा था। ऐसे में रनबीर को कभी वक्त नहीं दे पाता था। इसी वजह से रनबीर अपनी मां नीतू के ज्यादा करीब है।
ऋषि ने खुद कहा था कि रनबीर को शायद हमेशा एक पिता की कमी महसूस हुई होगी, लेकिन मैं माफी चाहता हूं कि मैं ऐसा नहीं कर सका। रनबीर को लगता है कि जब उसके बच्चे होंगे तो वो उनके साथ वैसे नहीं रहेगा जैसा मैं उसके साथ रहता था। ऋषि कपूर ने अपनी बातों को रखते हुए कहा था कि ये एक जेनरेशन गैप है। मैं अपने बेटे का दोस्त बनकर नहीं रह सकता।
पिता राज कपूर को लेकर किए थे खुलासे
ऋषि कपूर का कहना था कि मैंने हमेशा अपने और अपने बेटे के बीच एक अंतर रखने की कोशिश की, शायद उसे ये बात पसंद नहीं आई होगी। बता दें की कपूर परिवार में पिता और बेटे का हमेशा से ही अनोखा रिश्ता देखने को मिला है। एक दूसरे के करीब होते हुए भी पिता और बेटे हमेशा से एक दूसरे से दूर रहे। ये ही वजह रही की अपने पिता ऋषि के क्लोज होते हुए भी रनबीर कभी उनके दोस्त जैसे बेटे नहीं बन पाए।
ऋषि कपूर ने इस किताब में अपने पिता राज कपूर को लेकर भी कई खुलासे किए थे। उन्होंने किताब में राज कपूर और नरगिस दत्त के अफेयर के बारे में भी लिखा था। ऋषि ने किताब में लिखा था वो दोनो साथ थे, दोनों ऑनस्क्रीन पर ऑइकोनिक कपल थे। ऋषि ने कहा था वो 28 साल की उम्र में ही शोमैन बन चुके थे और उन्हें प्यार भी हो चुका था। हालांकि वो मेरी मां नहीं बल्कि उनकी को- एक्ट्रेस नरगिस थीं।
हंसाते-रुलाते चले गए ऋषि कपूर
ऋषि भी एक ऐसे खानदान में पैदा हुए थे जहां पीढ़ियों से लोग पर्दे पर राज कर रहे थे। ऋषि ने कहा कि लोगों को लगता है कि मैं मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुआ हूं, लेकिन इसमें मेरी तो कोई गलती नही है। मुझे शोहरत और सक्सेस जरुर मिली, लेकिन मैंने भी इसके लिए बहुत मेहनत की थी। मेरे पिता राज कपूर सिर्फ पिता नहीं बल्कि मेरे गुरु भी हैं और उनकी वजह से मैं इस मुकाम तक पहुंचा।
बता दें की राज कपूर भी ऋषि को एक बेहतरीन स्टार बनाना चाहते थे और शायद इसलिए वो उन्हें गुरु बनकर बातें सीखाते थे। ये ही चीज ऋषि ने रनबीर के साथ आजमाई। उनकी जिंदगी में बहुत दखल नहीं दिया, लेकिन उन्हें खुद के बहुत करीब भी आने नहीं दिया। जब ऋषि की तबीयत बिगड़ी तो रनबीर टूट गए, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं खोई। रनबीर ने आज अपने पिता को जरुर खो दिया, लेकिन उन्हें पिता के रुप में अपने गुरु से जो सीख मिली है उसे वो कभी नहीं भूलेंगे।