संजय कोठारी बने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त, प्रधानमंत्री की उपस्थिति में राष्ट्रपति ने दिलाई शपथ
शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संजय कोठारी (Sanjay Kothari) को केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (Central Vigilance Commissioner) पद की शपथ ग्रहण करवाई है। राष्ट्रपति भवन की और से जारी किए गए एक विज्ञापन में इस बात की जानकारी देते हुए बताया गया कि राष्ट्रपति भवन में सुबह साढ़े दस बजे आयोजित एक समारोह में संजय कोठारी ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के तौर पर शपथ ली और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संजय कोठारी को ये शपथ ग्रहण करवाई है।
President Kovind administered the Oath of Office to the Chief Vigilance Commissioner (CVC) Shri Sanjay Kothari at Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/QPHbce9kDp
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 25, 2020
संजय कोठारी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं और ये साल 2017 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सचिव बनाए गए थे। वहीं हाल ही में इनकी नियुक्ति इस पद के लिए की गई थी और आज इन्हें इस पद की शपथ दिलाई गई है। जिसके बाद से इन्होंने इस पद के कार्य को संभाल लिया है। संजय कोठारी हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं और इन्होंने हरियाण राज्य के कई सारे अहम पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। ये जून, 2016 में डीओपीटी सचिव के तौर पर सेवानिवृत्त हुए थे। जिसके बाद इन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का सचिव बनाया गया था।
मास्क पहनकर ली शपथ
कोरोना वायरस के चलते इस शपथ ग्रहण समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग का खासा ध्यान रखा गया था। इस दौरान जो भी नेता मौजूद थे उन सभी ने मास्क पहना हुआ था और एक दूसरे से दूरी पर बैठे हुए थे। इस समारोह में पीएम मोदी भी मौजूद थे और मोदी ने अपने चेहरे को गमछे से ढका हुआ था। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और संजय कोठारी ने भी मास्क लगा रखा था। यानी सीवीसी के शपथ समारोह में कोरोना का असर दिखने को मिला।
एक साल तक देंगे सेवा
सीवीसी प्रमुख का कार्यकाल चार साल का होता है या जब तक सीवीसी प्रमुख की आयु 65 साल की ना हो जाए। कोठारी अगले साल 65 साल के होने वाले हैं। यानी उनका कार्यकाल एक साल का है और जुलाई महीने में ये इस पद से रिटायर हो जाएंगे। वर्तमान में शरद कुमार अंतरिम केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में काम कर रहे हैं।
क्या होता है सीवीसी
सीवीसी एक भ्रष्टाचार नियंत्रण संस्था है और ये कार्यकारी प्राधिकरण के नियंत्रण से मुक्त है। इसका काम केंद्र सरकार की सभी गतिविधियों की निगरानी रखने का है और ये सुनिश्चित करना है कि केंद्र में भ्रष्टाचार से जुड़ा कोई कार्य ना हो। इस संस्था का गठन साल 1964 में किया गया था। सीवीसी में एक केंद्रीय सतर्कता आयुक्त और दो सतर्कता आयुक्त हो सकते हैं।
कांग्रेस ने जताया था ऐतराज
कोठारी की नियुक्ति पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने फरवरी महीने में ऐतराज जाहिर किया था और उन्होंने कहा था कि हम मांग करते हैं कि पूरी प्रक्रिया को समाप्त करने की आवश्यकता है। दरअसल सीवीसी की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा चयन समिति की सिफारिश पर की जाती है और इसलिए ही कांग्रेस ने कोठारी की नियुक्ति पर सवाल खड़े किए थे।