आर्थिक उन्नती के लिये पायें दुनिया के सबसे अमीर लोगो से तीन जरुरी और फायदेमंद सबक
लोग अरबपतियों की आदतों का बहुत ही बारीकी से पालन करते है, और करें भी क्यों नहीं? इन लोगों ने पैसों की भरमार जो जुटा रखी है, तो बेशक इनसे कुछ तो सीखा जा सकता है। तो हमने बिल गेट्स को करीब से जानने की कोशिश की, कि दुनिया का सबसे अमीर आदमी अपने काम और जीवन में सामान्यतः कैसा है?
ऐसे तीन सबक जो हमें लगते है कि आप इनसे सीख सकते हैं ।
1. विविधता
मैट फ्रैंकेल: एक सबक जो निवेशक लोग बिल गेट्स से सीख सकतें हैं वो है, विविधीकरण का महत्व। ज्यादातर लोग यही जानते है की बिल गेट्स अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा अपनी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट से पातें हैं, जो सरासर गलत है बल्कि अब तो वो माइक्रोसॉफ्ट के सबसे बड़े शेयरधारकों में भी शुमार नहीं है।
गेट्स के धन का अधिकांश हिस्सा उनकी निवेश कंपनी कास्केड इन्वेस्टमेंट से आता है, जिसका पोर्टफ़ोलियो वारेन बफ़ेट जैसा दीखता है, जैसी उम्मीद आप एक तकनीकी से जुड़े उद्योगपति से कर सकते है। गेट्स अपने निवेश का अधिकाँश हिस्सा कास्केड, सहित स्टॉक और उद्यम पूंजी निवेश से बनाते है, लेकिन उनके बस कुछ ही सबसे बड़े कारोबार हैं जो लोगों को सार्वजनिक रूप से ज्ञात है,जैसे कनाडा के राष्ट्रीय रेलवे, ऑटो नेशन, ईको लैब, डियरे, लिबर्टी ग्लोबल और अपशिष्ट प्रबंधन।
साथ ही, गेट्स बर्कशायर हैथवे के शेयर के एक बड़े हिस्से के भी मालिक है, उन्होंने अपने पोर्टफोलियो में सभी बफेट के स्टॉक को भी अनिवार्य रूप से सम्मिलित किया।
मुद्दा यह है कि भले ही आप बहुत सारा पैसा एक निवेश से कमा सकते है, पर एक ही टोकरी से सारे अंडे निकालना कहा की बुद्धिनमानि है।गेट्स के इस ‘स्मार्ट विविधीकरण’ की वजह से वह अपने धन के लिए किसी एक निवेश की सफलता पर निर्भर नहीं रहते। भले ही वह उनकी दुनिया की सुप्रसिद्ध कंपनी की ही बात क्यों न हो।
2.दूरदर्शिता
सेलेना मरंजीअन: सफल लोगों की बात सुनकर आप बहुत कुछ सीख सकते और बिल गेट्स कोई अपवाद नहीं है। उनका एक बयान एक अवधारणा पर प्रकाश डालता है जिसका शीर्षक ‘सफल धन-निर्माण: एक लंबी अवधि के लिए’ है। अपनी 1996 में लिखी एक पुस्तक, द रोड अहेड में उन्होंने कहा, “हम हमेशा अगले दो साल में होने वाले परिवर्तनों को अगले दस सालों में होने वाले परिवर्तनों से अधिक महत्व देते है, कृपया अपने आपको इस तरह से निष्क्रियता की तरफ मत धकेलो।”
यह बयान इसलिए कहा गया कि गेट्स की कंपनी, ‘माइक्रोसॉफ्ट’ ने होने वाले परिवर्तनों को काफी हद तक नज़रअंदाज़ किया। कंपनी ने यह प्रसिद्धि इंटरनेट के बढ़ते महत्व को न समझने की वजह से भी पाया और मोबाइल की दुनिया में होने वाले तेज़ परिवर्तनों को समझने में भी उतनी ही विफल रही ये कंपनी।क्लाउड कंप्यूटिंग और खुले स्रोत सॉफ्टवेयरों को भी उसी तरह नज़रअंदाज़ किया गया। गेट्स ने स्पष्ट रूप से अपने कठिन रास्तों से बहुत कुछ सीखा है।
गेट्स के बयान कई मायनों में निवेशकों के लिए शिक्षाप्रद है। गेट्स के बयानों की सबसे खास बात ये है कि सबसे पहले, निश्चित रूप से, यह हमें याद दिलाता है की हमें हमेशा दूर की सोच रखनी चाहिए खासकर जब हम किसी कंपनी में निवेश करें, हमें गंभीर और मोटे तौर पर भविष्य के बारे में भी सोचना चाहिए।
हमें यही दूर के लक्ष्य को देखने वाली सोच हमारे निवेश प्रदर्शन में भी लानी चाहिए। एक शेयर को इस उम्मीद से मत खरीदो कि उसका दाम साल-दो साल के भीतर उछल जायेगा , क्योंकि शेयर बाज़ार में अति लघु अवधि में भी कुछ न कुछ बदलाव होते रहते है, अगर सोचना है तो आने वाले दशकों के बारे में सोचो। उन कंपनियों पर खास ध्यान दो जो धीमी गति से ही परंतु वृद्धि कर रही हो तो आने वाले वक़्त में ये आपके निवेश को कई गुना बढ़ा सकतीं हैं।
3. पैसे कमान की वज़ह को समझना
एडम गालास: एक महत्वपूर्ण सबक जो निवेशकों को बिल गेट्स से लेना चाहिए वो है उनके लक्ष्य के प्रति उनकी दूरदर्शिता की मजबूत समझ। वह निवेश को इस दृष्टि से नहीं देखते की उन्हें फोर्ब्स के ग्लोबल 400 लोगो की लिस्ट में टॉप पर रहना है या कुछ और बल्कि वो पैसे को अपने सपने और आकांक्षाओं को पूरा करने का महत्वपूर्ण औज़ार मानते है।
बिल गेट्स अपने बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के माध्यम से दुनिया को एक बेहतर स्थान भी बनाना चाहते है और वो इसे ले कर काफी भावुक भी है। हालांकि अपनी दिली इच्छाओं के लिए जो चाहे वो ख़रीद सकते है,पर अपने पोर्टफोलियो पर आधारित होते हुए जो उनको दिल से ज्यादा अच्छा लगे और उनके परम उद्देश्य के लिए बेहतर हो ऐसी चीज़ों पर ही खर्च करते है।
पैसा कमाने की वजह जानना इसलिए भी जरुरी है क्योंकि इससे न केवल आप ज्यादा ख़ुशनुमा जिंदगी जी सकते है बल्कि, ये हमें लोगो के साथ छोटे छोटे फायदों के लिए धोखा करने से भी बचता है, जो बड़े पैमाने पर एक प्रकार की स्थायी हानि है।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए आप 50 वर्ष के हैं और अपनी आय से अपनी सेवानिवृत्ति के लिए निवेश के रूप में धन सुरक्षित कर रहे है जो कि आज से 15 वर्ष दूर है। आप शायद नुकसान से बचने के लिए टेस्ला जैसी बड़ी कंपनीयों के शेयर न ख़रीद कर किंडर मॉर्गन या एयर एक्सोन मोबाईल जैसी कंपनियों में निवेश करेंगे।
सबसे महत्वपूर्ण बात, समय के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव,जैसा की हम रोजमर्रा की जिंदगी में देख रहे है,ऐसी स्थिति में आपके दूरदर्शी लक्ष्य एक स्थायी और सुरक्षित आय पर ज़ोर देते है न की नुकसान पर। बल्कि बढ़ती पैदावार और शेयरों की गिरती कीमत आपके सुनहरे दिनों में आय का एक अच्छा श्रोत भी बन सकते है।