इस साल अक्षय तृतीया के दिन बन रहे हैं 6 राजयोग, जो चमका देंगे आपका भाग्य
अक्षय तृतीया हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आती है और इस साल ये पर्व 26 अप्रैल को आ रही है। अक्षय तृतीया को बेहद ही खास पर्व माना जाता है और इस दिन लक्ष्मी और विष्णु भगवान की पूजा की जाती है। साथ में ही सोने की वस्तु खरीदी जाती है। शास्त्रों में अक्षय तृतीया को पवित्र दिन बताया गया है। दरअसल साल में अक्षय तृतीया ही मात्र एक ऐसे दिन होता है। जो कि सबसे शुभ होता है। इस दिन बिना मुहूर्त निकाले कोई सा भी कार्य आरंभ किया जा सकता है। जिन लोगों का विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं निकलता है। वो लोग इस दिन शादी करते हैं। साथ में ही किसी शुभ कार्य को शुरू करने के लिए भी ये दिन उत्तम होता है।
इसलिए खरीदा जाता है सोना
अक्षय तृतीया के दिन कई लोगों द्वारा सोना जरूर खरीदा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सोना खरीदने से जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं होती है और मां लक्ष्मी घर में प्रवेश कर लेती हैं। यहीं वजह है कि इस दिन लोग सोना के आभूषण या सिक्के खरीदा करता हैं और उनकी पूजा करते हैं।
अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया के दिन शुभ मुहूर्त के समय ही सोना खरीदें या शुभ कार्य का आरंभ करें। अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त की जानकारी इस प्रकार है। तृतीया तिथि प्रारंभ 25 अप्रैल 2020 को रात 11:50 बजे से शुरू हो जाएगी जो कि अगले दिन यानी तृतीया तिथि पर 13:21 बजे समापन होगी।
बन रहे हैं राजयोग
इस साल अक्षय तृतीया के दिन 6 राजयोग भी बन रहे हैं। जिसकी वजह से अक्षय तृतीया इस साल काफी विशेष होने वाली है। वैदिक पंचांग के मुताबिक इस साल अक्षय तृतीया के दिन शंख योग, नीचभंग योग, पर्वत योग, अमला योग, रूचक योग और शश योग का निर्माण हो रहा है। ये सभी योग सूर्य, मंगल, गुरु, बुध और शनि ग्रह के कारण बन रहे हैं। ये योग बनने से इस दिन किए गए कार्यें का फल अधिक मिलेगा और हर कार्य मेें केवल सफलता की ही प्राप्ति होगी।
अक्षय तृतीया के दिन करें ये काम
- अक्षय तृतीया के दिन पवित्र जल से स्नान जरूर करें। इस दिन अपने नहाने के पानी में गंगा जल मिला दें और इस पानी से स्नान कर लें।
- स्नान करने के बाद विष्णु और लक्ष्मी मां की पूजा करें। पूजा करते हुए विष्णु और लक्ष्मी मां के विशेष मंत्रों का जाप भी जरूर करें।
- पूजा करने के बाद गरीबी लोगों को अनाज का दान करें। हो सके तो आप उन्हें खाना भी खिलाया।
- शाम के समय पीपल के पेड़ की पूजा करें और शाम को फिर से विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा भी करें।
दरअसल अक्षय तृतीया के दिन पवित्र नदी के जल से स्नान करने से, पूजा-पाठ और दान-पुण्य करना उत्तम फल देता है और ऐसा करने से जीवन का रुका हुआ हर कार्य बन जाता है। साथ में ही धन लाभ भी होता है। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन आप ये कार्य जरूर करें।