एन. बीरेन सिंह बने मणिपुर के नए सीएम पर शपथ ग्रहण समारोह में नहीं पहुंच सके अमित शाह!
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में से 4 में बीजेपी की जबरदस्त जीत के साथ ही अब सीएम पद पर शपथ ग्रहण और नई सरकार की बहाली का सिलसिला शुरू हो चुका है. पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में बुधवार को पहली बार बीजेपी की सरकार बन गई. एन बीरेन सिंह ने राज्य के पहले बीजेपी सीएम के रूप में शपथ ली. उनके साथ नौ मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली. 60 में से 21 सीटें जीतने वाली बीजेपी ने मणिपुर में नगा पीपुल्स फ्रंट और नेशनल पीपुल्स पार्टी के सहयोग से सरकार बनाई है.
एन बिरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ लिया :
गोवा के बाद अब मणिपुर में भी भाजपा की सरकार बन गई है. राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने बुधवार की दोपहर राजभवन में बीजेपी विधायक दल के नेता एन बिरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. वहीं नेशनल पीपुल्स पार्टी के वाई ज्वॉयकुमार को मणिपुर का उप मुख्यमंत्री बनाया गया है.
60 सीटों वाली मणिपुर विधानसभा में 21 सीटें जीतने के बाद और दूसरे नंबर की पार्टी होने के बावजूद बीजेपी ने मणिपुर में सरकार बनायी है. दरअसल बीजेपी को नगा पीपुल्स फ्रंट के 4 विधायकों का समर्थन हासिल है. इसके अलावा नेशनल पीपुल्स पार्टी के 4 विधायकों ने भी बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है. साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी और टीएमसी के 1-1 विधायकों ने भी पार्टी के साथ जुड़ने का फैसला किया है.
एक निर्दलीय विधायक ने भी बीजेपी को समर्थन का ऐलान किया है. इस तरह बीजेपी को अब 32 विधायकों का समर्थन हासिल है जबकि विधानसभा में बहुमत के लिए 31 विधायकों की जरूरत है. यह पहला मौका था जब मणिपुर में बीजेपी ने पहली बार सभी 60 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे.
दूसरी ओऱ 28 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद उसे सरकार बनाने के लिए राज्यपाल की ओर से नहीं बुलाए जाने का कांग्रेस विरोध कर रही है, नेशनल पीपुल्स पार्टी के वाई ज्वॉयकुमार को उपमुख्यमंत्री का पद तो मिल गया है लेकिन दूसरी सहायक पार्टी नगा पीपुल्स फ्रंट भी अपने सभी चार विधायकों के लिए मंत्री पद की मांग कर रही है. ऐसे में बीजेपी के आगे मुश्किल हो सकती है.
इस बीच मणिपुर में शपथ समारोह में शामिल होने जा रहे अमित शाह बीच रास्ते से दिल्ली लौट आए. बताया जा रहा है कि उनकी फ्लाइट में किसी तकनीकी शिकायत के कारण उनको वापस लौटना पड़ा.
आपको बता दें कि मणिपुर के मुख्यमंत्री 56 साल के बीरेन सिंह राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉलर रहे हैं. बाद में उन्होंने पत्रकारिता को भी अपना करियर बनाया. साल 2002 में उन्होंने डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी से जुड़कर अपना राजनीतिक सफर शुरू किया. इससे पहले वो कांग्रेस सरकार में भी मंत्री रहे हैं. पिछले साल अक्टूबर में वो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे