जानिये पूजा करने से पहले क्यों करना पड़ता है संकल्प , इस के बिना पूजा नहीं मानी जाती है पूरी
पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है और घर में शांति बनीं रहती है। कई लोग रोज दो बार अपने भगवान को याद करते हैं और उनकी पूजा करते हैं। हालांकि ऐसे कई लोग भी होते हैं जो की मन लगाकर पूजा तो करते हैं। लेकिन उनको पूजा करने का लाभ नहीं मिल पाता है। अगर आपके साथ भी यहीं होता है। तो आप समझ लें की आप पूजा करते समय कोई बड़ी भूल कर रहे हैं। जिसकी वजह से आपकी पूजा भगवान तक पहुंच नहीं पा रही है।
पूजा करते समय जरूर करें ये काम
पंडितों के अनुसार पूजा करते समय नीचे बताई गई बातों का खासा ध्यान रखें और पूजा करते समय इन चीजों का पालन जरूर करें। ताकि आपकी पूजा सफल हो सके।
जरूर लें संकल्प
संकल्प जरूर लेना चाहिए और संकल्प लेने के बाद ही पूजा करनी चाहिए। बिना संकल्प लिए की गई पूजा सफल साबित नहीं होती है और भगवान की कृपा नहीं मिल पाती है। इसलिए आप जब भी पूजा करें तो पूजा करने से पहले संकल्प लें।
क्या होता है संकल्प
संकल्प लेते समय हम अपने भगवान को याद करते हैं और मन में अपनी मनोकामना बोलते हैं। शास्त्रों के अनुसार संकल्प लेते समय हम अपने मन में जो सोचते हैं वो पूरा हो जाता है। इसलिए किसी भी पूजा की शुरूआत संकल्प लेने के साथ ही की जानी चाहिए।
संकल्प लेने के लिए आपको जल, चावल और फूल की जरूरत पड़ती है। आप सबसे पहले अपने हाथों में जल, फूल और कुछ चावल लें। फिर मन में संकल्प बोलें। संकल्प बोलने के बाद हाथ में लिए फूल, चावल और जल को जमीन पर छोड़ दें और धरती मां के छूकर, हाथों को अपने माथे पर लगा लें। फिर गणेश जी का नाम लेकर अपनी पूजा शुरू कर दें।
इष्टदेव की करें पूजा
किसी भी तरह की पूजा करते समय अपने इष्टदेव को जरूर याद करें और उनकी पूजा भी करें। पूजा करते समय सबसे पहले इष्टदेव का नाम लें। इष्टदेव की पूजा करने के बाद अन्य देवताओं का पूजन शुरू करें।
दीपक जरूर जलाएं
पूजा करते समय दीपक जरूर जलाएं। दीपक जलाए बिना की गई पूजा सफल नहीं होती है। पूजा करते समय घी का दीपक जलना सबसे उत्तम होता है।
ताजा फूल ही चढ़ाएं
पूजा करते समय हमेशा ताजा और साफ फूलों का ही प्रयोग करें। कई लोग सूखे फूलों का प्रयोग पूजा करते समय कर लेते हैं। जो कि गलत होता है। पूजा करते समय हमेशा साफ और सुंदर फूलों का ही इसेतमाल करना चाहिए।
खड़े होकर करें आरती
पूजा करने के बाद आरती जरूर करें। आरती के बिना पूजा अधूरी रहे जाती है। इसलिए पूजा पूरी होने के बाद आरती आवश्यक करें। साथ में ही आरती हमेशा खड़े होकर ही करें और आरती के समय धूप जरूर जलाएं।
ऊपर बताई गई बातों का पालन करने से आपको पूजा करने का फल जरूर मिलेगा और जो आपकी कामना है वो भगवान पूरी कर देंगे।