एक साल तक अपने वेतन में 30% कटौती करेंगे पीएम, राष्ट्रपति और सभी सांसद, MPLAD फंड भी होगा खत्म
पीएम मोदी और सभी सांसदों ने ये फैसला लिया है कि एक साल तक वो अपने वेतन में 30% की कटौती करेंगे
देश में कोरोना का संकट बढ़ता जा रहा है और सरकार हर तरह की समस्या से निपटने की तैयारी में जुटी है। देश में रिलीफ फंड की कमी ना हो इसलिए बहुत से लोगों ने अपने पैसे भी पीएम केयर फंड में दिए हैं। साथ ही कई बड़ी हस्तियों ने भी मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। सिर्फ इतना ही नहीं खुद पीएम मोदी और सभी सांसदों ने ये फैसला लिया है कि एक साल तक वो अपने वेतन में 30% की कटौती करेंगे। कैबिनेट की बैठक में ये अहम फैसला लिया गया जिसके बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस बात की जानकारी दी।
कैबिनेट बैठक में लिए गए दो अहम फैसले
पीएम मोदी की अध्यक्षता में ये बैठक हुई जिसमें दो फैसले लिए गए। पहले फैसले के मुताबिक सभी सांसदों की सैलरी में एक साल के लिए 30 फिसदी की कटौती की जाएगी। साथ ही ये फैसला भी लिया गया कि दो साल के लिए MPLAD फंड को भी खत्म कर दिया जाएगा। ये सारा पैसा कोरोना वायरस से लड़ने में लोगों के काम आएगा।
कैबिनेट के फैसले की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दी। उन्होंने बताया की एक साल तक सभी सांसदों की सैलरी में 30 फिसदी की कटौती की जाएगी और ये फंड कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। पीएम मोदी और सांसदों के अलावा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपाल भी एक साल तक अपनी सैलरी में 30 फिसदी की कटौती कराएंगे। ये फैसला राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपालों ने अपनी इच्छा से लिया है।
जावड़ेकर ने कहा कि सांसद निधि भी 2 साल के लिए टाल दी गई है। साल 2020-21 और 2021-2022 के लिए लोकल एरिया डेवलेपमेंट फंड को 2 साल के लिए खत्म किया जाएगा। बता दें की लोकसभा और राज्यसभा के हर सांसद को अपने क्षेत्र के विकास के लिए हर साल 5 करोड़ रुपए सरकार से मिलते हैं जिसे MPLAD फंड कहा जाता है। अब ये पैसा भारत सरकार के Consolidated fund में जाएगा जो करोना के संकट से उबरने में इस्तेमाल किया जाएगा।
लॉकडाउन पर अभी भी असमंजस की स्थिति
प्रकाश जावड़ेकर ने लॉकडाउन खत्म होने के सवाल पर कहा कि हम हर समय दुनिया की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और जो भी फैसला आगे लिया जाएगा वो राष्ट्रहित में लिया जाएगा। उन्होंने कहा की सही समय पर सही फैसला लिया जाएगा और आप लोगों को इसकी जानकारी भी दे दी जाएगी। गौरतलब है की 24 मार्च को पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी। इसके बाद से ही लोगों के बीच 14 अप्रैल के जल्दी आ जाने का इंतजार है।
बता दें की भारत की स्थिति दूसरे देशों के मुकाबले तो काफी अच्छी है, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की कोरोना मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अगर सरकार लॉकडाउन हटाती भी है तो ये पूरी तरह से नहीं हटेगा और कई पाबंदिया जारी रहेंगी। गौरतलब है की स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसमें संक्रमित लोगों की संख्या लगभग 5 हजार के पास पहुंच चुकी हैं और देश में लगभग 100 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं।