कोरोना मरीजों की तुरंत पहचान करने के लिए अब भारत में किया जाए ‘एंटीबॉडी बल्ड टेस्ट’
जानिये क्या है 30 मिनट में रिजल्ट देने वाला रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट और किस तरह से यह कोरोना की मरीजों को करेगा पहचान
कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत सरकार ने अब नई रणनीति बनाई है और इस रणनीति के तहत लोगों का रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय की और से बनाई गई इस योजना का मकसद भारत में कोरोना को जड़ से खत्म करने का है। स्वास्थ्य मंत्रालय की और से इस टेस्ट को लेकर गाइड लाइन तैयार कर ली गई हैं और राज्य सरकारों को भी सूचित कर दिया गया है।
कई देशों में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किए जा रहे हैं और ऐसे में भारत सरकार ने भी अब रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट करने का फैसला लिया है। इस योजना के तहत कोरोना के हॉटस्पॉट इलाकों में रहने वाले लोगों के रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किए जाएंगे।
क्या है रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट
ये टेस्ट प्रेग्नेंसी टेस्ट की तरह होता है। इस टेस्ट के तहत व्यक्ति का ब्लड सैंपल लिया जाता है और आधे घंटे में ही इस टेस्ट का नतीजा आ जाता है। डॉक्टरों के अनुसार अगर किसी व्यक्ति का ये टेस्ट नेगटिव आता है। तो उस व्यक्ति का RT- PCR टेस्ट किया जाएगा। वहीं टेस्ट पॉजिटिव आने पर शख्स को तुरंत आइसोलेशन में रख दिया जाएगा और उसका कोरोना टेस्ट किया जाएगा। आपको बता दें कि इस टेस्ट से केवल यहीं पता चलता है कि व्यक्ति के शरीर में मौजूद एंटीबॉडी कोरोना से लड़ने का काम कर रहे हैं कि नहीं।
हॉटस्पॉट इलाकों में होगा ये टेस्ट
देश के जिन इलाकों से कोरोना के केस सबसे अधिक आ रहे हैं। वहां पर ये टेस्ट किया जाएगा। इस समय दिल्ली, केरल, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और लद्दाख के कई इलाके हॉटस्पॉट की सूची में शामिल हैं। इन इलाकों में मरीज़ों से लेकर संदिग्धों तक की तादाद ज़्यादा है।
खरीदे जा रहें एंटीबॉडी किट
भारत सरकार ने कई देशों से रैपिड एंटीबॉडी किट खरीदना शुरू कर दिया है और आने वाले समय में लोगों का ये टेस्ट किया जाना है। इस टेस्ट के नतीजे काफी जल्द ही आ जाते हैं और इसकी मदद से ये पता चल जाता है कि व्यक्ति का शरीर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए कितना मजबूत है।
जिस तरह से भारत में लॉकडाउन के बाद भी कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। उसको देखते हुए भारत सरकार ने रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट करने का फैसला लिया है। इस समय भारत में कोरोना मरीजों की संख्या का 3500 से अधिक हो गई है और कई सारे राज्यों में तेजी से ये वायरस फैल रहा है। ऐसे में सरकार हर वो कोशिश कर रही है जिससे कि इस वायरस को रोका जा सके और लोगों की जान बचाई जा सकते। ये वायरस एक जानलेवा वायरस है और ये वायरस आसानी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाता है।
12 लाख से अधिक लोग इस समय कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर देश जरूरी कदम उठा रहा है। इसी तरह से भारत सरकार भी हर वो कोशिश कर रही है। जिससे कि इस वायरस से देश के लोगों की रक्षा की जा सके।