कोरोना वायरस फैलाने के पीछे वेट मार्केट है जिम्मेदार, इतना होने के बाद भी नहीं हो रहे बाजार बंद
चारों तरफ कोरोना वायरस का संकट छाया हुआ है, इसकी वजह से सारी अर्थव्यवस्था बिगड़ती जा रही है, लोगों का रोजगार छिन गया है, कोरोना वायरस के संकट की रोकथाम के लिए लॉक डाउन का ऐलान हो गया है, जिसकी वजह से लोग काफी परेशान है, लेकिन सवाल यह आता है कि आखिर यह वायरस फैला कहां से है? आखिर किस वजह से यह वायरस फैल रहा है? आज हम इसी बात पर चर्चा करने वाले हैं।
आपको बता दें कि बार-बार वायरस फैलने के पीछे जिम्मेदार वेट मार्केट है, जिसको क्राइम सिंडिकेट द्वारा चलाया जाता है और इसको बंद भी नहीं किया जाता, इस मार्केट से बहुत फायदा मिलता है, जिस प्रकार हथियारों और ड्रग्स की तस्करी में फायदा होता है उसी प्रकार वाइल्ड लाइफ तस्करी भी फायदेमंद होता है, एक रिपोर्ट के अनुसार ऐसा बताया गया है कि जब कोरोना वायरस का संक्रमण फैला, तब उसके बाद गैंडे के सींग की तस्करी में तेजी से वृद्धि देखने को मिली, चीन के अंदर 54 जंगली जानवरों की फार्मिंग होती है, वेट मार्केट में गिरगिट, चूहे, चीते के बच्चे, अजगर, कछुए, चमगादड़, लोमड़ी के बच्चे, मगरमच्छ जैसे जानवरों का मीट बेचा जाता है।
देश पर इतना संकट आने के बावजूद भी चीन के साथ साथ कम से कम 10 देशों में इस प्रकार के मीट के मार्केट बंद नहीं किए जा रहे हैं और इनको धड़ल्ले से चलाया जा रहा है, खबरों के अनुसार ऐसा बताया जा रहा है कि एड्स, सार्स, मर्स और COVID-19 जैसे दुर्लभ वायरस जानवरों के मीट से ही फैल रहे हैं, इतना सब कुछ होने के बावजूद भी वेट मार्केट बंद नहीं किए जा रहे हैं, आपको बता दें कि इंडोनेशिया, मलेशिया, कंबोडिया, वियतनाम, थाईलैंड, सिंगापुर, हांगकांग ताइवान, जापान और दक्षिण कोरिया के मार्केट में गिरगिट, चूहे, चीते के बच्चे, चमगादड़, अजगर, कछुए, लोमड़ी के बच्चे जैसे जानवरों के मीट बेचे जा रहे हैं।
जब कोरोना वायरस का आक्रमण हुआ था तब चीन के वेट मार्केट कुछ दिनों के लिए बंद कर दिए गए थे, लेकिन कुछ दिनों के बाद उनको दोबारा से चलाया जाने लगा, कोरोना वायरस की तीसरी किस्म कोविड-19 भी चीन के वेट मार्केट से ही फैली है, इन मार्केट के अंदर जानवरों को खुले आम काटा जाता है, जब इन जानवरों को काटा जाता है तब इनका खून, मल, एक साथ मिल जाते हैं जो कि मनुष्य के शरीर में वायरस के रूप में प्रवेश करते हैं जिससे व्यक्ति वायरस के संक्रमण में आ जाता है।
वायरस फैलने के मुख्य जिम्मेदार यही वेट मार्केट हैं, इन मार्केट के अंदर खुलेआम जानवरों को काटा जाता है जिससे वायरस आसानी से पनपते है, इन मार्केट के अंदर रोजाना ही लोगों का आना जाना लगा रहता है जिसकी वजह से आसानी से लोगों के अंदर यह वायरस प्रवेश कर लेते हैं और वह इस वायरस के चपेट में आ जाते हैं, इतना होने के बावजूद भी यहां के लोग जानवरों को खाना नहीं छोड़ रहे हैं, यह जानवरों को चावल और नूडल्स के साथ सेवन करते हैं, भले ही यहां की सरकार ने वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन कानून बनाकर इन जानवरों की खेती को कानूनी तौर पर सुरक्षित बनाया है, परंतु इसके बावजूद भी गांव-गांव में वेट मार्केट समय के साथ-साथ बढ़ते ही जा रहे हैं और तेजी से जानवरों का मीट बेचा जा रहा है।