अपनी अरेंज मैरिज को परफेक्ट बनाना हैं तो शाहिद-मीरा से सीखे ये 6 बातें, कभी दुखी नहीं रहोगे
शाहिद कपूर और मीरा राजपूत एक परफेक्ट अरेंज मैरिज के बेहतरीन उदहारण हैं. आज के जमाने में जहाँ लोग लव मैरिज के पीछे भाग रहे हैं वहीं शाहिद कपूर जैसे बड़े सितारें ने शादी के लिए अपनी दुल्हन अरेंज मैरिज के माध्यम से चुनकर सबको चौका दिया था. शाहिद कपूर और मीरा राजपूत ने साल 2015 में शादी रचाई थी. शादी के 5 साल बाद भी ये दोनों बेहद खुश और सुखी हैं. बता दे कि शाहिद उम्र में मीरा से 13 साल बड़े भी हैं. इसके बावजूद दोनों का रिश्ता बड़ा गहरा हैं. ऐसे में आज हम आपको इनकी परफेक्ट और मजबूत अरेंज मैरिज का राज बताने जा रहे हैं. इनसे आप भी कुछ टिप्स ले सकते हैं.
प्यार में कमी ना आने देना
शाहिद कपूर की हमेशा यही कोशिश रहती हैं कि वे मीरा को लेकर अपना प्यार कभी कम ना होने दे. ये दोनों हमेशा एक दुसरे को खुलकर प्यार करते हैं. प्यार को हमेशा बरकरार रखने के लिए आप मेंटली भी तैयार होना पड़ता हैं.
सामने वाले को स्वीकार करना सीखे
अरेंज मैरिज में जब दो लोग मिलते हैं तो उनके रहन सहन, सोच विचार और कई दूसरी चीजों में बहुत अंतर होता हैं. शाहिद और मीरा के केस में भी यही था. हालाँकि दोनों ने एक दुसरे को स्वीकार करना सिख लिया. आप सामने वाले को बदलने की बजाए वो जैसा हैं वैसा ही उसे स्वीकार करना सिख जाइए.
आरोप ना लगाए बल्कि एक दुसरे से सीखे
शाहिद बताते हैं कि मीरा मुझ से काफी यंग हैं ऐसे में कई बार उसका चीजों को देखने का नजरियाँ भी अलग होता हैं. इसलिए मैं उनसे चीजों को नए एंगल से देखना सीखता हूँ. वहीं मीरा से उम्र में बड़ा होने के नाते शाहिद को मुश्किलों का सामना करने का या जिम्मेदारियां उठाने का अच्छा अनुभव हैं. यह बात मीरा शाहिद से सीखती हैं. कुल मिलकर कहे तो आप अपने पार्टनर से चीजें सीखकर एक दुसरे को एक सा बना सकते हैं.
कंधे से कंधा मिलाकर चलना
हर व्यक्ति का ये कर्तव्य होता हैं कि वो अपने पार्टनर का सुख और दुःख में पूरा सपोर्ट करे. यदि आप सामने वाले के सपनो और विचारों को इज्जत देते हैं तो आपका उनके साथ रिश्ता मजबूत बन जाता हैं. मसलन मीरा ने 20 साल की कम उम्र में शाहिद से शादी रचाई थी. ऐसे में शादी की वजह से उनके सभी सपने धरे के धरे रह गए थे. हालाँकि शाहिद ने मीरा को बोल रखा हैं कि यदि वे शादी के बाद भी कुछ करना चाहे तो उनकी तरफ से पूरी छूट रहेगी.
केयरिंग
पति और पत्नी दोनों के अंदर ही ये केयरिंग नेचर होना चाहिए. मीरा जब गर्भवती थी तो शाहिद रात भर जागकर उनका ख्याल रखते थे. मीरा जब दूसरी बार पेट से हुई थी तो शाहिद ने ही पुरे समय अपनी पहली बेटी मिशा को संभाला था. ऐसे में मीरा अपने दुसरे न्यू बोर्न बेबी को अच्छे से संभाल पाई थी. इससे ये सिख मिलती हैं कि घर और बच्चे की जिम्मेदारी पति को भी निभाना चाहिए.
प्यार का शो ऑफ
अरेंज मैरिज में प्यार का तड़का लगाने के लिए थोड़ा शो ऑफ़ भी करना पड़ता हैं. इससे पति पत्नी में उत्साह बना रहता हैं. शाहिद और मीरा भी अक्सर सोशल मीडिया पर एक दुसरे के लिए प्यार भरी पोस्ट डालते रहते हैं. इसलिए आप भी अपने पार्टनर से प्यार का इजहार खुलकर करे.