काफी मोटे दिखने वाले कोरियोग्राफर गणेश कैसे बन गए फिट? 85 किलो वजन घटाकर दिखने लगे हैं ऐसे
मोटापा इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन होता है लेकिन जब ये बढ़ता है तो उस इंसान को खास पता नहीं चल पाता। इसके बाद जब इसे कम करने की टेंशन होती है तो लोग डाइटिंग, एक्सरसाइज और योगा जैसी चीजें करने लगते हैं। मगर कुछ फिल्मी सितारे ऐसे हैं जो कभी इतने अमीर हो गए हुआ करते थे और आज उनकी फिटनेस देखकर हर कोई हैरान रह गया है। उन्हीं सितारों में एक हैं बॉलीवुड के पॉपुलर कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, और इन्होंने खुद को इतना फिट किया है कि हीरो को भी मात दे सकते हैं।
बेहद मोटे रह चुके गणेश ने किया खुद को फिट
बॉलीवड कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ने अपना ऐसा ट्रांसफॉर्मेशन किया है कि लोग उन्हें देखकर हैरान रह गए। गणेश आचार्य को डांसिग गुरु कहा जाता है और उन्होंने अमिताभ बच्चन से लेकर गोविंदा और कई बड़े एक्टर्स-एक्ट्रेसेस को अपनी ताल पर नचाया है। एक समय था जब उनका वजन 200 किलो से भी ज्यादा था और वे इतने फूल गए थे कि उठने-बैठने में भी परेशानी होती थी। फिर भी वे फिल्मी सितारों को डांस स्टेप सिखाते थे।
मगर बहुत परेशानी महसूस होने के बाद उन्होंने अपना ट्रांसफॉर्म कराया और इतनी मेहनत की कि उनका वजन काफी कम हो गया। गणेश आचार्य ने अपनी डाइट बदली, रेगुलर जिम किया और अपने मोटापे का इलाज भी कराया। इसी के साथ उन्होंने पैदल चलना शुरु किया और इस तरह उन्होंने अपना वडन 30-40 प्रतिशत कम कर लिया। इतना ही नहीं अब वे रेगुलर जिम करते हुए अपनी बॉडी बिल्डिंग पर ध्यान देने लगे है। अब वे पहले ज्यादा फिट और हैंडसम लगने लगे हैं। अगर आपने पहले वाले गणेश आचार्य को देखा होगा तो आज के गणेश आचार्य को पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
गणेश आचार्य उन सभी लोगों के लिए इंस्परेशन हैं जो अपना वजन कम तो करना चाहते हैं लेकिन आलस के कारण कर नहीं सकते या बहुत से लोगों के मन में ये रहता है कि उनसे ऐसा नहीं हो पाएगा। जिनका मोटापा कम नहीं हो रहा अगर वे ठान लें तो वे कुछ भी कर सकते हैं। गणेश आचार्य ने मनी है तो हनी है, ज़ीरो, रावण, जिद्दी, दुल्हे राजा, सूर्यवंशम, एबीसीडी, संजू, जुड़वा-2, द लेजेंड ऑफ भगतसिंह जैसी कई सारी फिल्मों के लिए कोरियोग्राफर के तौर पर काम किया। इसके अलावा वे कई फिल्मों में कैमियो भी कर चुके हैं और उन्होंने प्रभु देवा के साथ मिलकर एबीसीडी की सीरीज को प्रोड्यूस भी किया है।
10 साल की उम्र में गणेश आचार्य ने अपने पिता गोपी आचार्य को खो दिया था। वे भी कोरियोग्राफर थे और फिर परिवार की जिम्मेदारी उनके ऊपर आ गई। उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और उड़ीसा चले गए। यहां पर उन्होंने अपनी बहन से नृत्य की शिक्षा ली और बाद में फेमस कोरियोग्राफर कमलजी को असिस्ट किया और आखिरी समय तक उनके साथ रहे। इसके बाद 12 साल की उम्र में गणेश आचार्य ने एक डांस ग्रुप ज्वाइन किया और 19 साल की उम्र में उन्हें पहला ब्रेक मिला। साल 1992 में आई फिल्म अनाम में उन्हें पहला चांस मिला और धीरे-धीरे उन्होने बॉलीवुड में अपनी खास पहचान बना ली।