कोरोना के कारण छीन गया मुकेश अंबानी से एशिया का सबसे अमीर शख्स होने का खिताब, अब ये हैं नंबर 1
कोरोना वायरस के कारण बाजारों में भी सुस्ती छाई हुई है और इस वायरस के चलते दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। कोरोना वायरस के चलते शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट आ रही है और इस गिरावट का असर कई कंपनियों पर पड़ रहा है। कोरोना वायरस के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा भी काफी प्रभावित हुआ है और इस कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है।
सोमवार को शेयर मार्केट में जोरदार गिरावट आई थी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों की कीमतों 13 प्रतिशत तक गिर गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में इतनी बड़ी गिरावट 11 साल पहले आई थी और साल 2009 के बाद से ये पहला मौका है जब इस कंपनी के शेयर इतनी बुरी तरह से गिरे हों।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आई इस गिरावट के कारण मुकेश अंबानी से एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति होने का खिताब छीन गया है। कंपनी के शेयर गिरने के कारण मुकेश आंबानी की कुल संपत्ति 41.8 अरब डॉलर रह गई है। इनकी संपत्ति में करीब 5.8 अरब डॉलर की कमी आई है।
ये बना एशिया का सबसे अमीर शख्स
मुकेश अंबानी की संपत्ति कम होने के साथ ही वो एशिया के सबसे अमीर शख्स की सूची में दूसरे स्थान पर आ गए हैं और प्रथम स्थान पर चीन के जैक मा हो गए हैं।चीन के जैक मा एशिया में सबसे अमीर शख्स बन गए हैं और इनकी पास इस समय कुल आय 44.5 बिलियन डॉलर है। मुकेश अंबानी इस वक्त दुनिया के अमीर लोगों की सूची में 19वां स्थान पर है। जबकि अलिबाबा के जैक मा इस सूची में उनसे एक स्थान ऊपर आ गए हैं वो 18 वें नंबर पर हैं।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के कारण व्यापार जगत को काफी हानि पहुंच रही है। इराक में ये वायरस फैलने के बाद से कच्चे तेल की कीमते कम हो गई हैं। कच्चे तेल की कीमत कम होने का असर रिलायंस कंपनी पर पड़ रहा है। शेयर बाजार के सुस्त होने के कारण निवेशकों ने अपने शेयर बचना शुरू कर दिया है और रिलायंस कंपनी पर इसका असर पड़ा है।
क्या है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस एक जान वाले वायरस है जो कि धीरे-धीरे दुनिया भर में फैल रहा है। इस वायरस को महामारी घोषित भी कर दिया है। इस वायरस के कराण 4000 लोगों की मौत हो चुकी है और 1 लाख से अधिक लोग इसकी चपेट में है। अभी तक कोरोना वायरस की दवाई को खोजा नहीं जा सका है। वहीं कोरोना वायरस के कारण भारत ने उन देशों के नागरिकों का वीजा रद्द कर दिए हैं, जहां पर ये वायरस फैला हुआ है। जिन देशों में ये वायरस बुरी तरह से फैला हुआ है। वहां पर दफ्तर काफी लंबे समय से बंद पड़े हुए हैं और कामकाज पूरी तरह से ठप है।